बॉलीवुड महानायक अमिताभ बच्चन और अमर सिंह के बीच दोस्ती ने जितनी सुर्खियां बटोरी, उससे कहीं ज्यादा उनके रिश्तों में आई खटास की बातें हुई, दोनों की दोस्ती करीब दो दशक चली, लेकिन आखिर में कुछ ऐसा हुआ कि दोनों सार्वजनिक रुप से इस रिश्ते के टूटने की बातें करने लगे, अमर सिंह ने तो महानायक पर कई आरोप लगाये, उन्हें डरपोक तक कहा, उन्होने अमिताभ बच्चन को लेकर कहा कि उस आदमी ने मेरी भावनात्मक हत्या कर दी, अमर सिंह ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि जब वो जेल में बंद थे, तब भी अमिताभ ने उनसे मिलने नहीं आये, और ना ही कोई मदद की।
अंग्रेजी न्यूज चैनल न्यूज एक्स को दिये इंटरव्यू में अमर सिंह ने कहा था मैं उस समय जेल में था, जब मुझे बेल के लिये 2.50 करोड़ रुपये की जरुरत थी, तब कोई सामने नहीं आया, मुझे कोई सहारा देने नहीं आया, कोई बच्चन मेरी मदद के लिये आगे नहीं आया। अमर सिंह ने बताया कि उस समय जब उनकी मदद के लिये कोई सामने नहीं आया, तो रवीना टंडन के अंकल ने अपना सबकुछ गिरवी रखकर उन्हें जमानत दिलाई थी, उन्होने बताया कि एक शख्स जिनकी मैंने मदद की थी, वो अपनी सभी संपत्ति के कागजात लेकर आये, अपनी पत्नी के साथ आकर बेल की रासि के बदले अपनी संपत्ति गिरवी रखी और मेरी जमानत करवाई।
इस इंटरव्यू के दौरान भी अमिताभ को लेकर अमर सिंह का दर्द छलका, उन्होने कहा कि मुश्किल समय में मैनें जिसकी मदद की, वहीं इंसान एक इंटरव्यू में कहता है, कि मेरी जिंदगी में अमर सिंह का कोई अस्तित्व नहीं है। एक समय अमर सिंह और बच्चन परिवार के बीच काफी गहरी दोस्ती हुआ करती थी, अमर सिंह अमिताभ के परिवार की तरह थे, कहा जाता है कि अमिताभ के घर में उनका एक कमरा होता था, लेकिन दोनों के रिश्ते में दरार 2012 में आनी शुरु हुई।
इस बारे में खुद अमर सिंह ने बताया था कि अंबानी परिवार के घर एक पार्टी का आयोजन किया गया था, जिसमें अमर सिंह के साथ बच्चन परिवार भी शामिल हुआ था, पार्टी के दौरान जया और अमर सिंह में किसी बात को लेकर विवाद हो गया, इस झग़ड़े में अमिताभ ने अपनी पत्नी का साथ दिया, जो कि अमर सिंह को रास नहीं आया, इसके बाद ही दोनों के रिश्ते में खटास आ गई।