नई दिल्ली। कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जान से मारने की धमकी देने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं। वह मंच पर खड़े होकर प्रधानमंत्री मोदी को मारने की धमकी दे रहे हैं। उनको न तो पुलिस का डर है और न ही किसी कार्रवाई का। जिस मंच से यह धमकियां दी जा रही हैं वह मंच किसी और का नहीं, बल्कि किसान मजदूर संघर्ष कमेटी (पंजाब) का है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जान से मारने की धमकियां देते हुए एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो शनिवार का है। इसमें कई निहंग सिख नेता सिंघु बॉर्डर पर किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के मंच पर पहुंचते हैं। पहले बाबा नारायण सिंह व बाबा राज सिंह जैसे निहंग सिख नेता प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हैं। कोई उपद्रवियों को पनाह देने की बात करता है तो कोई हिंसा की। इसके बाद एक अन्य निहंग सिख नेता ने कहा, ‘पंजाब से पंगा लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने गलती कर दी है। जब दो सिखों ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उन्हीं के घर में ढेर कर दिया, गोलियों से छलनी कर दिया तो मोदी की क्या चीज हैं। जिसने भी पंजाब की ओर रुख किया है मुंह की खाई है।’ निहंग ने ये भी कहा, ‘ये मत सोचना की बाबा जोश में कह गया, बाद में मुकर जाएगा। जो बोला है उस पर खरे उतरेंगे।’
जिस समय ये भड़काऊ भाषण दिया जा रहा था उस समय कई प्रदर्शनकारी धरना स्थल के पास खालिस्तान समर्थक रहे जरनैल सिंह भिंडरावाला के पोस्टर ट्रैक्टर पर लगाकर पहुंचे थे। जैसे ही निहंग मंच से उतर कर वापस गए, ट्रैक्टर भी उनके पीछे हरियाणा की ओर लौट गए।
पहले भी दी जा चुकी हैं ऐसी धमकियां
मंच से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ पहले दिन से अपशब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं मोदी के खिलाफ ऐसी धमकियां सिंघु बार्डर पर कई बार दी जा चुकी हैं। अंतर इतना है कि पहले ये धमकियां भीड़ में शामिल प्रदर्शनकारी देते थे, अब मंच से निहंग सिख नेता दे रहे हैं।
चिन्मय बिश्वाल (प्रवक्ता, दिल्ली पुलिस) के मुताबिक, पुलिस को लगातार उकसाया जा रहा है, लेकिन हम संयम से काम ले रहे हैं। भड़काऊ भाषण देने वाले के खिलाफ सबूत इकट्ठे किये जा रहे हैं। ऐसे भाषण देने वालों की हर गतिविधि पर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां नजर रख रही हैं। पुलिस सही वक्त पर कानून के मुताबिक अपना काम करेगी।