लखनऊ। 72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर निकली गई अलग-अलग राज्यों की झाँकियों में इस बार प्रथम स्थान पाने वाली उत्तर प्रदेश की झाँकी को लेकर सूबे की योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार द्वारा झाँकी को पुरस्कृत किए जाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि राम मंदिर मॉडल की झाँकी अब यूपी के गाँव-गाँव में घुमाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झाँकी जहाँ से भी गुजरेगी, लोग गर्व का अनुभव करते हुए इसका स्वागत करेंगे और इस दौरान पुष्पवर्षा भी की जाएगी। बता दें, राम मंदिर मॉडल की झाँकी को प्रथम पुरस्कार मिलने से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद ही खुश है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया पुरस्कृत
गणतंत्र दिवस पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निकाली गई श्रीराम मंदिर मॉडल की झाँकी ने एक तरफ जहाँ सभी का मन मोह लिया, वहीं दूसरी ओर पुरस्कारों में भी सर्वोत्तम रही। गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय युवा कार्य एवं खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) किरण रिजिजू ने उत्तर प्रदेश के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को यह पुरस्कार सौंपा गया था।
#UPCM श्री @myogiadityanath जी की प्रेरणा से निर्मित उ.प्र. की झांकी को गणतंत्र दिवस 2021 में प्रथम पुरस्कार मिला है।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री @KirenRijiju जी ने ACS, सूचना, श्री @navneetsehgal3 जी एवं निदेशक, सूचना, श्री @ShishirGoUP को पुरस्कार दिया।@sanjaychapps1 pic.twitter.com/if6HnKVoy4
— Government of UP (@UPGovt) January 28, 2021
जिसे अब सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल और सूचना निदेशक शिशिर ने इस पुरस्कार को मुख्यमंत्री योगी को सौंप दिया।
#UPCM श्री @myogiadityanath जी के समक्ष आज 72वें गणतंत्र दिवस की झांकी में प्राप्त हुए प्रथम पुरस्कार स्वरूप ट्रॉफी एवं प्रमाण पत्र को ACS, सूचना, श्री @navneetsehgal3 जी, ACS, मुख्यमंत्री, श्री @spgoyal जी व निदेशक, सूचना, श्री @ShishirGoUP जी ने समर्पित किया। pic.twitter.com/Aa2Mj7fCa3
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) January 28, 2021
डिफेंस मिनिस्ट्री ने बताया कि, राजपथ पर गणतंत्र दिवस के परेड में जहाँ उत्तर प्रदेश की झाँकी को प्रथम स्थान मिला है, वहीं त्रिपुरा की झाँकी को दूसरा और उत्तराखंड की झाँकी को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है।
Among tableaux of States/Union Territories (UTs) Uttar Pradesh, Tripura and Uttarakhand were chosen 1st, 2nd and 3rd respectively: Defence Ministry (File photo) pic.twitter.com/2UZWOEL7Nj
— ANI (@ANI) January 29, 2021
राम मंदिर झाँकी का सम्मान
गौरतलब है कि पहली बार यूपी की तरफ से राम मंदिर की प्रतिकृति प्रस्तुत की गई। अयोध्या में बन रहे भव्य और दिव्य राम मंदिर की झाँकी जैसे ही राजपथ पर निकली उसने गणतंत्र दिवस की परेड में हर किसी का मन मोह लिया था। कई लोग खड़े होकर तालियाँ बजाने लगे तो कई लोग अपनी जगह पर हाथ जोड़कर खड़े हो गए। इस पूरे थीम में रामायण और दीपोत्सव की झलक थी। पीएम मोदी के चेहरे पर भी मंदिर का मॉडल देखकर एक अलग ही चमक आ गई थी।
सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
सोशल मीडिया पर बाद में यूपी के राममंदिर की झाँकी टॉप ट्रेंडिंग पर थी। हर कोई इसे शेयर कर गौरवांवित महसूस कर रहा था। उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस पर खुशी जताते हुए इस तस्वीर को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा था, ‘‘जहाँ अयोध्या सियाराम की देती समता का संदेश.. कला और संस्कृति की धरती धन्य-धन्य उत्तर प्रदेश।’’
जहां अयोध्या सियाराम की
देती समता का संदेश..कला और संस्कृति की धरती
धन्य-धन्य उत्तर प्रदेश… pic.twitter.com/WwPskQHnHn— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 26, 2021
कैसी है यूपी की झाँकी
झाँकी के सबसे आगे हिस्से में महर्षि वाल्मीकि की एक बड़ी प्रतिमा नजर आएगी। उनके पीछे मंदिर का मॉडल दिखेगा। यूपी की झाँकी में एक ओर मिट्टी के बने दीये जगमगा रहे। ये दीपक अयोध्या के दीपोत्सव के प्रतीक है। वहीं, अन्य भित्ति चित्रों (वॉल पेंटिंग्स) में भगवान राम द्वारा निषादराज को गले लगाते और शबरी के जूठे बेर खाते, अहिल्या का उद्धार, हनुमान द्वारा संजीवनी बूटी लाया जाना, जटायु-राम संवाद, लंका नरेश की अशोक वाटिका और अन्य दृश्यों को दिखाया गया है।
दंगाइयों ने राम मंदिर की झाँकी को भी नहीं बख्शा
हालाँकि, किसान के आड़ में छिपे दंगाइयों ने इसे भी नहीं छोड़ा था। गणतंत्र दिवस के मौके पर ‘किसान’ दंगाइयों ने तिरंगा के अपमान के साथ ही राम मंदिर और केदारनाथ मंदिर को निशाना बनाते हुए राम मंदिर की झाँकी के कुछ हिस्सों को तोड़ दिया था। दंगाइयों ने अयोध्या श्रीराम मंदिर की झाँकी के लिए बनाए गए राम मंदिर के गुम्बद को निशाना बनाकर उसे तोड़ डाला। दंगाइयों ने सुरक्षाकर्मियों के सामने ही केदारनाथ मंदिर की झाँकी को निशाना बनाया और राम मंदिर की प्रतिमा के ऊपर के गुम्बद को तोड़ दिया था।