पत्रकार डेनियल पर्ल के हत्यारे अहमद उमर सईद शेख की रिहाई के आदेश पर अमेरिका ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। अमेरिका ने रिहाई के इस आदेश की आलोचना करते हुए पाकिस्तान को चेतावनी दी है। दरअसल, पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने उमर शेख की रिहाई का आदेश दिया था। इस पर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन का कहना है कि वाशिंगटन एक अमेरिकी नागरिक पर हुए भीषण अत्याचार के लिए उमर शेख पर मुकदमा चलाने के लिए तैयार है। पाकिस्तान को उस पर सख्त कार्रवाई करनी होगी, उमर शेख अलकायदा का आतंकवादी है।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने इस मुद्दे पर बयान देते हुए कहा, “हम आशा करते हैं कि पाकिस्तान सरकार न्याय सुनिश्चित करने के लिए अपनी कानूनी प्रक्रिया और विकल्पों की नए सिरे से समीक्षा करेगी। अमेरिका अटॉर्नी जनरल के उस बयान पर भी मंथन कर रहा है, जिसमें उन्होंने इस आदेश को वापस लेने के लिए समीक्षा याचिका की इच्छा जताई है। कुल मिला कर हम एक अमेरिकी नागरिक के साथ किए गए खौफ़नाक अपराध के लिए उमर शेख को अमेरिका में सज़ा देने के लिए तैयार हैं। हम डेनियल पर्ल के परिवार को न्याय दिलाने और आतंकवादियों को दोषी ठहराए जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
इस मुद्दे पर भारत सरकार की तरफ से भी तीखी प्रतिक्रिया आई थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने इस मुद्दे पर कहा था, “यह घटना आतंकवाद का सामना करने के लिए पाकिस्तान की नीयत दिखाती है। मैंने पहले भी इस बात का ज़िक्र किया है कि आतंकवाद के आरोपितों के मामले में पाकिस्तान का दोषसिद्धि दर बहुत कम है। आतंकवाद के तमाम मोर्चों पर पाकिस्तान की मानसिकता इस घटना से स्पष्ट हो जाती है। यह मामला एक देश की न्याय व्यवस्था का उपहास है कि उमर शेख जैसे आतंकवादी को उसके जघन्य कृत्यों का दोषी नहीं पाया गया।”
दरअसल, पाकिस्तान की सबसे बड़ी अदालत ने बीते दिन (28 जनवरी 2021) अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल के अपहरण और हत्या मामले में ब्रिटिश मूल के अलकायदा आतंकवादी उमर शेख की रिहाई के विरोध में दायर की गई याचिकाओं को खारिज कर दिया था। साल 2002 के दौरान कराची में ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ के दक्षिण एशिया ब्यूरो प्रमुख डेनियल पर्ल (38) का अपहरण कर लिया गया था। उस समय वह पाकिस्तान की खुफ़िया एजेंसी आईएसआई और अलकायदा के बीच रिश्तों पर आधारित एक ख़बर के लिए जानकारी इकट्ठा कर रहे थे।