‘देशद्रोही’ योगेन्द्र यादव को उनकी सोसायटी से लोग बाहर निकालने के लिए सड़क पर उतर आए हैं। इन लोगों ने संयुक्त किसान मोर्चा के नेता और किसान आंदोलन के प्रमुख चेहरे योगेंद्र यादव पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने का आरोप लगाया है।
गौतम अग्रवाल ने इसकी जानकारी देते हुए अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है, “भारत विरोधी गतिविधियों के लिए किसान यूनियन नेता योगेंद्र यादव के निवास के बाहर आईपी एक्सटेंशन दिल्ली के निवासियों द्वारा विरोध प्रदर्शन। लोगों ने अपनी सोसायटी की प्रबंध समिति से कहा है कि वह अपना फ्लैट खाली करवा लें क्योंकि वह भारत के लिए खतरा है।”
Protests by residents of IP Extention #Delhi outside the society of residence of farmers Union leader #YogendraYadav for his anti India activities
People have asked the managing committee of his society to get his flat vacated as he is threat to India#FarmersProtests pic.twitter.com/Pw2LpReTp8— Gautam Aggarwal (@gauaggbjp) January 28, 2021
प्रदर्शन कर रहे सोसायटी के लोग ‘योगेंद्र यादव मुर्दाबाद’ के नारे लगाते हुए उसकी तस्वीरों को जला भी रहे हैं और नारे लगाते हुए उन्हें पैरों से कुचल रहे हैं।
दिल्ली में हुई हिंसा के बाद बृहस्पतिवार (जनवरी 28, 2021) को ही लोगों के विरोध से डरकर योगेंद्र यादव अपने फेसबुक पेज से लाइव कर वीडियो में रोते हुए ये कहते सुने गए थे कि लोग उनके घर पर हमला करने वाले हैं। इस वीडियो में यादव ने कहा कि जो लोग मुझे राष्ट्रवाद पर लेक्चर दे रहे हैं, उन्हें मेरे परिवार की विरासत के बारे में कोई जानकारी नहीं।
उल्लेखनीय है कि किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने योगेंद्र यादव और बलबीर सिंह राजेवाल सहित लगभग 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किया है। पुलिस ने उन्हें तीन दिनों के भीतर अपनी प्रतिक्रिया देने को कहा। रिपोर्ट्स के अनुसार, एक अधिकारी ने कहा कि इन किसान नेताओं को नोटिस जारी किए गए हैं क्योंकि उन्होंने मंगलवार को ट्रैक्टर परेड के लिए निर्धारित शर्तों का पालन नहीं किया था।
गणतंत्र दिवस को ट्रैक्टर परेड हिंसक हो पड़ी और किसानों ने दिल्ली पुलिस पर हमला बोलते हुए वाहनों को पलट दिया। यही नहीं, उपद्रवियों ने लाल किले की प्राचीर पर एक धार्मिक झंडा भी फहरा दिया। दिल्ली पुलिस ने बुधवार को कहा कि हिंसा के संबंध में 25 आपराधिक मामले दर्ज किए गए, जिसमें 394 पुलिसकर्मी घायल हुए और 30 पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हुए।