नए कृषि कानूनों के विरोध के नाम पर चले कथित किसान आंदोलन के नाम पर किस तरह लोगों को भड़काने और राजनीतिक रोटियॉं सेकने की कोशिश हो रही यह किसी से छिपी नहीं है। इसी कड़ी में मुंबई में सपा विधायक अबू आजमी ने लोगों को उकसाने की कोशिश की है। वह जब प्रदर्शनकारियों को उकसा रहे थे, तब मंच पर एनसीपी के मुखिया शरद पवार भी थे।
आजमी ने यह जहरीला भाषण मुंबई के आजाद मैदान में दिया। शरद पवार भी प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस विरोध प्रदर्शन में महाराष्ट्र कॉन्ग्रेस अध्यक्ष बाला साहेब थोराट भी उपस्थित थे।
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— आलू बोंडा (@ek_aalu_bonda) January 25, 2021
अबू आजमी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “ये मोदी सरकार अहंकारी हो गई है। ये बिल्कुल हिटलर के रास्ते पर चल रही है। याद रखना मोदी जी, ये आजादी की लड़ाई पंजाब से ही शुरू हुई थी और पंजाब से शहीद भगत सिंह जी को जब फाँसी दी जा रही थी, तो उन्होंने कहा कि मुझे फाँसी मत दो, मुझे सड़क पर गोली मार दो। शहीद भगत सिंह ने अंग्रेजों के सामने घुटने नहीं टेके थे। सावरकर की तरह सात बार माफी नहीं माँगी थी।”
आजमी ने आगे कहा, “याद रखना, ये पंजाब से जो हवा आएगी न, ये मोदी तुम्हें जला कर राख कर देगी और तुम्हारा पता नहीं चलेगा इस देश के अंदर। शर्म नहीं आती मोदी जी आपको। आज किसान आत्महत्या कर रहा है। पंजाब का सर्वे आया है। सिर्फ पंजाब में 1 लाख करोड़ किसान पर कर्ज है। हर परिवार पर 10 लाख रुपए का कर्ज है और आमदनी साल के 6 लाख रुपए। क्या हो रहा है देश के अंदर।”
अबू आजमी यही नहीं रूके। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है मोदी जी आप इस देश को बेचने आए हो और सिर्फ अंग्रेजों की चाल चलकर गंगा-जमुनी तहजीब को बर्बाद करके डिवाइड एंड रूल करके इस देश पर राज कर रहे हो। इस देश की भोली-भाली जनता को बेवकूफ बना रहे हो। किसान इतनी ठंड में वहाँ बैठे हैं। सैकड़ों किसान ‘शहीद’ हो गया और मोदी जी कह रहे हैं कि खालिस्तानी है, पाकिस्तान-चीन से मदद आ रही है, शर्म आनी चाहिए।”
प्रदर्शनकारियों को उकसाते हुए आजमी ने कहा, “मैं बधाई देना चाहता हूँ सभी पार्टियों को जिन्होंने ये शुरू किया है। एक-एक घर से लोगों को निकलना चाहिए। कोहराम मचा दो इसके लिए। कोहराम मचा दो, जब तक ये कानून खत्म नहीं हो जाता। मैं पंजाब के किसानों को बधाई देना चाहता हूँ। 2 महीने से ज्यादा हो गए, लेकिन ये टस से मस नहीं हुए। मोदी जी आप समझते हो कि ये आपके पास आएँगे। जब उनके सामने जिनका सूरज कभी डूबता नहीं था, उनको कुछ नहीं समझा तो तू कौन सी खेत की मूली है। तुम्हारे पास ये कभी नहीं आएँगे। इस कानून को खत्म किया जाए। ये आंदोलन जबरदस्त चलना चाहिए।”
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस के साथ कई दौर की बातचीत के बाद किसानों को 26 जनवरी पर ट्रैक्टर रैली निकालने की अनुमति मिल गई है। बस पुलिस की शर्त है कि गणतंत्र दिवस की परेड को किसी हालत में बाधित नहीं किया जाएगा। रविवार (जनवरी 24, 2021) को दिल्ली पुलिस ने कहा कि ट्रैक्टर रैली रिपब्लिक डे परेड के बाद निकाली जाएगी। सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम होंगे।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “बैरीकेड और अन्य सुरक्षा प्रबंधों को हटाकर राष्ट्रीय राजधानी में किसानों को आने दिया जाएगा और बाद में वह तय दूरी कवर करने के बाद दोबारा अपनी जगह पर लौट जाएँगे।”