लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने निर्णय लिया है कि अब वो युवा प्रतिभा के ‘अभ्युदय’ का बीड़ा उठाएगी। ये उत्तर प्रदेश दिवस के मौके पर सीएम योगी की युवाओं को सौगात है। सीएम योगी की इस पहल के तहत अब आईएएस, आईपीएस और पीसीएस अधिकारी भी छात्रों की क्लास लेंगे। मंडल स्तर पर अभ्युदय कोचिंग सेंटर खोले जाएँगे और टेबलैट के साथ मासिक 2000 रुपए का स्टाइपेंड भी मिलेगा। UPSC, NEET और JEE के छात्रों को फ्री कोचिंग मिलेगी।
अर्थात, अब यूपी सरकार सिविल सेवा, नीट, जेईई – इन सबकी तैयारी निःशुल्क कराएगी। ‘साहब’ अब ‘गुरुजी’ बन कर शिक्षा देंगे। योगी सरकार अब यूपी के बच्चों को ‘अफसर’ बनने की तैयारी कराएगी। अब छात्रों को न तो निजी कोचिंग संस्थानों की भारी-भरकम फीस भरने की जरूरत है, न ही अपना घर छोड़ कर दूसरे शहर जाने की मजबूरी। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक ऐसी योजना शुरू करने जा रही है, जिसमें आईएएस, आईपीएस और पीसीएस अधिकारी सीधे उन्हें कोचिंग देंगे, वह भी पूरी तरह निःशुल्क।
प्रदेश के प्रतियोगी छात्रों को निःशुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए @UPGovt आगामी बसंत पंचमी से ‘अभ्युदय’ नाम से कोचिंग (ऑफलाइन और ऑनलाइन) का शुभारंभ कर रही है।
इस कोचिंग के विभिन्न केंद्रों पर प्रदेश के अधिकारीगण और विषय विशेषज्ञ भी अपना मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 24, 2021
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना
इस नई योजना का नाम है ‘मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना’। इसकी पूरी कार्ययोजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सीधी निगरानी में तैयार की जा रही है। उत्तर प्रदेश दिवस के विशेष अवसर पर मुख्यमंत्री ने इस योजना की घोषणा करते हुए बताया कि बसंत पंचमी से इसकी कक्षाएँ शुरू करने की तैयारी है।
इस कोचिंग में ऑनलाइन स्टडी मैटेरियल और लेक्चर आदि तो उपलब्ध होंगे ही, ऑफलाइन क्लास में आईएएस और पीसीएस परीक्षा के लिए प्रशिक्षु आईएएस, आईपीएस, आईएफएस (वन सेवा), पीसीएस अधिकारियों द्वारा मार्गदर्शन दिया जाएगा।
जबकि एनडीए और सीडीएस की परीक्षा के लिए प्राचार्य, उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल द्वारा गाइडेंस मिलेगी। नीट और जेईई के लिए अलग कक्षाएँ चलेंगी। अधिकारियों के अलावा, विभिन्न विषयों के प्रतिष्ठित विशेषज्ञ भी अतिथि व्याख्याता के तौर पर आमंत्रित किए जाएँगे।
विषय चयन से लेकर तैयारी से जुड़ी हर समस्या का समाधान किया जाएगा। एक अनुमान के मुताबिक, हर साल उत्तर प्रदेश के करीब 4-5 लाख छात्र यूपीएससी, यूपीपीएससी, विभिन्न पीएससी, जेईई और नीट जैसी परीक्षाओं में शामिल होते हैं।
इनमें बड़ी संख्या अभावग्रस्त अथवा वित्तीय संसाधनों की कमी वाले परिवार के बच्चों की होती है। ऐसे बच्चों के लिए योगी सरकार की यह कोशिश बड़ा सम्बल प्रदान करेगी। इस कोचिंग में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विषय का चयन, परीक्षा की तैयारी के तरीके, टिप्स, प्रश्नों के उत्तर लिखने की विधि, सामान्य अध्ययन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा होगी। इसके अतिरिक्त, विषय विशेषज्ञ की उपलब्धता के आधार पर विभिन्न विषयों की कक्षाएँ भी चलेंगी।
इन कक्षाओं में प्रतिभाग करने के लिए इच्छुक अभ्यर्थियों द्वारा राज्य स्तरीय लर्निंग प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण कराया जाएगा। पंजीकृत छात्रों को कक्षाओं की समय-सारणी एवं वर्चुअल क्लासेज की लिंक उपलब्ध कराई जाएगी। प्रति सप्ताह एक साक्षात कक्षा एवं एक वर्चुअल कक्षा अनिवार्य रूप से आयोजित की जाएगी। हर वर्ष अगस्त महीने में प्रत्येक मंडल मुख्यालय पर पंजीकृत छात्रों के लिए एक एप्टीट्यूड एवं सामान्य अध्ययन से सम्बंधित टेस्ट लिए जाएँगे।
टेस्ट से चयन, टेबलेट और स्टाइपेंड भी
इस टेस्ट के आधार पर 300 अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा, जिसमें से 100 अभ्यर्थी आईएएस/पीसीएस के लिए होंगे, जबकि सीडीएस, एनडीए, जेईई एवं नीट के लिए 50-50 अभ्यर्थी होंगे। इन सभी अभ्यर्थियों को डिजिटल कंटेंट एक्सेस करने के लिए एक टेबलेट, शिक्षण सामग्री एवं स्टाइपेंड के रूप में 5 माह तक 2000 रुपए प्रति माह की दर से राशि उपलब्ध कराया जाएगी।
पंजीकृत अभ्यर्थियों में जो अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा में सफल होंगे, उन्हें माँग के आधार पर लखनऊ एवं हापुड़ में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित केंद्रों में आवासीय सुविधा के साथ प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा।
अभ्यर्थियों को सहजता के साथ गुणवत्तापूर्ण स्टडी मैटेरियल मिल सके, इसके लिए राज्य स्तर पर मंडलायुक्त लखनऊ के निर्देशन में ई-लर्निंग कन्टेन्ट प्लेटफॉर्म बनाया जा रहा है। इस प्लेटफॉर्म पर विभिन्न अधिकारियों द्वारा परीक्षा की तैयारी संबंधी अपने अनुभव साझा करते हुए वीडियो अपलोड किए जाएँगे। इसके अलावा, परीक्षा की तैयारी से संबंधित टिप्स सामग्री, पुस्तकों आदि से संबंधी मार्गदर्शन देते हुए वीडियो अपलोड होगा।
लाइव सेशन एवं सेमिनार भी होंगे। ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म पर छात्र अपनी जिज्ञासाएँ एवं प्रश्न भी सब्मिट कर सकेंगे। यहाँ विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित विषय वस्तु सामग्री एवं क्यूरेटिव कन्टेन्ट उपलब्ध होगा, जिसके लिए ख्याति प्राप्त संस्थाओं की सामग्री इकट्ठा की जा रही है। इसके लिए मंडलायुक्त की अध्यक्षता में एक टास्क फोर्स गठित होगी। यह टास्क फोर्स राज्य और अखिल भारतीय सेवाओं के अधिकारियों के सहयोग से कक्षाओं का रोस्टर तैयार करेगी।
सीएम योगी की इस योजना में हर मंडल मुख्यालय पर निःशुल्क ऑफलाइन और ऑनलाइन प्रशिक्षण तथा विभिन्न परीक्षाओं के पाठ्यक्रम व परीक्षा पैटर्न आदि के संबंध में अभ्यर्थियों को पूरी जानकारी दी जाएगी। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी (उपाम) द्वारा क्वेश्चन बैंक, प्रश्नोत्तरी आदि भी तैयार कर वेबसाइट पर उपलब्ध कराया जाएगा।
कोर्स कंटेंट यूट्यूब से भी लिया जाएगा। साथ ही, विभिन्न उच्च स्तरीय कोचिंग संस्थाओं के स्टडी मैटेरियल भी मुहैया कराए जाएँगे। मंडल स्तर पर प्रशिक्षण केंद्रों के संचालन व समन्वयन की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी को दी गई है।