ऑस्ट्रेलिया में इतिहास रचने वाली भारतीय टीम के अहम हिस्सा रहे मोहम्मद सिराज गुरुवार को हैदराबाद पहुंचे. एयरपोर्ट से उतरकर सिराज सीधे अपने पिता मोहम्मद गोस की कब्र पर पहुंचे और उन्हें नम आंखों से श्रद्धांजलि दी. सिराज के पिता का 20 नवंबर को निधन हो गया था. इस दौरन सिराज ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थे. कोरोना प्रोटोकॉल के कारण सिराज अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं सके थे. हालांकि ऑस्ट्रेलिया टूर पर सिराज ने दमदार प्रदर्शन किया था.
सिराज के लिए यहां तक का सफर आसान नहीं रहा. कुछ साल पहले सिराज हैदराबाद में ‘फर्स्ट लांसर इलाके’ के स्थानीय ईदगाह मैदान में नंगे पांव गेंदबाजी करते थे. मार्च में 27 साल के होने जा रहे सिराज साधारण परिवार से आते हैं. उनके पिता मोहम्मद गौस एक ऑटो-रिक्शा चलाते थे. सिराज के भाई उनके पिता की मदद करते थे.
सिराज ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान ही पिछले साल नवंबर में अपने पिता को खो दिया था. उन्हें बोर्ड ने स्वदेश वापसी का विकल्प दिया था, लेकिन उन्होंने भारतीय टीम के साथ ही रहना पसंद किया. तब सिराज ने बीसीसीआई को कहा था, ‘मेरे पिता मुझे सबसे ज्यादा सपोर्ट करते थे. यह मेरे लिए बहुत बड़ी क्षति है. उनका सपना था कि मैं भारत के लिए टेस्ट खेलूं और अपने देश का नाम रोशन करूं.’
सिराज के बड़े भाई इस्माइल ने कहा, ‘मेरे पिता टेस्ट क्रिकेट के बड़े प्रशंसक थे. वह सिराज को कहते थे कि क्रिकेट का मतलब टेस्ट मैच है. वह वनडे और टी20 के फैन नहीं थे. वह सिराज की टेस्ट क्रिकेट के लिए हौसला अफजाई करते थे.’ इस्माइल अब सिराज के मैनेजर भी हैं.