मीरजापुर। पिछले 15 सालों से अपने को जीवत साबित करने के लिए शासन-प्रशासन के अधिकारियों के यहां चक्कर लगा रहे भोला सिंह निवासी अमोई तहसील मडि़हान के मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। सीएम ने शासन के इंटरनेट मीडिया लखनऊ के माध्यम से जिले के डीएम को निर्देशित किया हैं कि पूरे प्रकरण की जांच करायी जाए। अगर भोला जीवित हैं तो उसके नाम को खतौनी में दर्ज किया जाए। साथ ही कहा हैं कि जो भी इस मामले में दोषी अधिकारी या कर्मचारी हो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने एक सप्ताह के अंदर जांच कर कार्रवाई की रिपोर्ट भेजने को कहा है।
भोला सिंह पिछले 15 सालों से शासन प्रशासन के पास पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगा रहे हैं। बताया कि वे सदर तहसील के अमोई गांव के रहने वाले है और दो भाई है। पहले वे हैं दूसरे राजनारायण है। बताया कि 24 दिसंबर 1999 में राजस्व निरीक्षक और लेखपाल अमोई ने मुझे अपनी रिपोर्ट में मृत दिखाकर मेरे भाई राजनारायण का नाम खतौनी में चढ़ा दिया था। इसके बाद मेरे भाई जमीन पर कब्जा करते हुए 27 बिस्वा में से दस बिस्वा भूमि बेच दिए। इसकी जानकारी होने पर विरोध जताया तो मेरे भाई ने कहा कि सारी भूमि उनकी है। मेरा कुछ नहीं है।
बोले अधिकारी : इंटरनेट मीडिया लखनऊ से भोला ङ्क्षसह नाम व्यक्ति के मामले को सीएम ने संज्ञान में लेकर रिपोर्ट मांगी है। इसकी जांच एसडीएम सदर को सौंपकर रिपोर्ट मांगा गया है। जांच में जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। – प्रवीण कुमार लक्षकार जिलाधिकारी।