‘UP-बिहार के 90% लोग बेहूदे, माँ लक्ष्मी लुटेरों के साथ रहती हैं’: GoAir का हिंदू-विरोधी पायलट, गई नौकरी

नई दिल्ली। विमानन कंपनी GoAir ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक ट्वीट्स करने के मामले में एक सीनियर पायलट को निकाल बाहर किया। वह बतौर ‘कैप्टन’ नौकरी कर रहा था। GoAir ने बताया कि उसकी सेवाएँ तत्काल प्रभाव से ख़त्म कर दी गई हैं। मिकी मलिक ने अपने ट्वीट में लिखा था, “प्रधानमंत्री इडियट हैं। हाँ, आप बदले में मुझे भी इडियट कह लें, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं पीएम नहीं हूँ। पीएम इडियट हैं। पीरियड।”

जब लोगों ने उसकी इस टिप्पणी का विरोध किया तो उसने माफ़ी माँग ली और यहाँ तक कि अपने ट्विटर हैंडल को भी लॉक कर लिया। उसने माना कि उनके कई ट्वीट्स आपत्तिजनक थे और कहा कि इससे जिनकी भी भावनाएँ आहत हुई हैं, उससे वो माफ़ी माँगता है। साथ ही उसने लिखा कि ये सारे ट्वीट्स उसके व्यक्तिगत हैं और GoAir से इनका कोई लेना-देना नहीं है। ऐसे मामलों पर जीरो टॉलरेंस की नीति की बात करते हुए कंपनी ने उसे निकाल दिया।

कंपनी ने कहा कि उसके एम्प्लॉयमेंट संबंधी कुछ नियम-कायदे हैं, रेगुलेशन और नीतियाँ हैं। GoAir ने कहा कि इसमें सोशल मीडिया में कर्मचारियों का व्यवहार भी शामिल है और इनका उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही कंपनी ने साफ़ कर दिया कि वो किसी भी कर्मचारी के व्यक्तिगत बयानों और विचारों से इत्तिफ़ाक़ नहीं रखता। अब मिकी मलिक के कई आपत्तिजनक ट्वीट्स सामने आए हैं, जिसके बाद लोगों ने उसे मानसिक रोगी करार दिया है।

उसने उत्तर प्रदेश और बिहार के खिलाफ भी घृणा फैलाई थी। उसने दावा किया था कि उत्तर प्रदेश और बिहार मिल कर अमेरिका जितने बड़े हैं, लेकिन वो काफी गरीब, पिछड़े, गंदे और भूखे हैं। उसने दावा किया था कि कई मामलों में ये दोनों राज्य पूरे देश को नीचे लेकर जा रहे हैं। साथ ही उसने दावा किया कि न तो मुगलों और न ही किसी गाँधी परिवार ने उन्हें लूटा। उसने यूपी-बिहार के 90% लोगों को राष्ट्रीय औसत से काफी ज्यादा ‘इडियट्स’ करार देते हुए कहा कि उन्होंने सेल्फ-गोल किया है।

एक व्यक्ति ने जब उसकी भाषा को लेकर आपत्ति जताई तो उसने कहा कि उसकी चड्डी खाकी है और फटी हुई है। मलिक ने उक्त व्यक्ति को ‘सूअर’ बताते हुए कहा कि वो हर बिजली के पोल के सामने इलेक्ट्रिसिटी के लिए टाँग उठा देता है। कर्नाटक में भगवान हनुमान की 1200 करोड़ रुपए में 215 मीटर ऊँची प्रतिमा बनाए जाने की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए उसने लिखा, “चलो, अब कर्नाटक में बंदर व्यस्त रहेंगे। नहीं तो ट्विटर पर उत्पात मचा रहे थे।”

साथ ही उसने नवरात्रि पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा था कि ‘इस टाइप के कुछ लोग हैं, जो कुछ दिन के लिए पाते हैं।’ उसने हिन्दू धर्म को संविधान के खिलाफ भी बताया था। उसने लिखा था कि लक्ष्मी पूजा की जरूरत नहीं है क्योंकि अब वो लूटेरों के साथ रहती हैं। उसने एक बार लिखा था, “भक्तों की सबसे अच्छी बात ये है कि एक फुलझड़ी छोड़ो तो 4 कुत्ते कार के पीछे लग जाते हैं।”

एक व्यक्ति को उसने ‘गंगा नदी के किनारे नागा साधुओं की तरह नंगा नाच करने’ की सलाह दी थी। साथ ही भगवद्गीता से उद्धरण देने के लिए उसे ‘हिंदुत्व मोरोन’ भी कहा था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के लिए उसने ‘सामूहिक नरसंहारक और तड़ीपार’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था और पीएम मोदी की तुलना हिटलर से की थी। RSS के सदस्यों के लिए उसने ‘दक्षिणपंथी मूर्ख कट्टर’ जैसे शब्दों का प्रयोग किया था। उसने जनरल जीडी बक्शी को भी ‘खाकी चड्डी पहनने’ की बात कही थी।

जून 2020 में इसी तरह सोशल मीडिया पर सीता माता को लेकर अभद्र टिप्पणी करने वाले ट्रेनी ऑफिसर आसिफ खान को गोएयर (GoAir) ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था। एयरलाइन ने कहा था कि किसी व्यक्ति या कर्मचारी के निजी विचारों से उसका कोई लेना-देना नहीं है। गोएयर ने कहा था कि उनकी नीति सभी कर्मचारियों के लिए शून्य सहिष्णुता की है, जिसमें कर्मचारियों को रोजगार नियमों का पालन करना पड़ता है, इसमें सोशल मीडिया पर व्यवहार भी शामिल है।