जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर भाजपा ने श्रीनगर में निवास प्रमाण पत्र मिलने के कुछ दिनों बाद एक हिंदू स्वर्णकार की हत्या किए जाने की शनिवार को निंदा की और इसे ‘एक भारत, एक देश की संकल्पना’ पर हमला करार दिया। साथ ही पार्टी ने इसे पूर्ववर्ती राज्य का विशेष दर्जा समाप्त करने के बाद कुछ दलों द्वारा ”जनसांख्यिकी बदलाव” का मुद्दा उठाने का परिणाम बताया।
जम्मू-कश्मीर भाजपा के प्रवक्ता ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) अनिल गुप्ता ने कहा कि कश्मीर में अल्पसंख्यकों के घोर मानवाधिकार उल्लंघनों के अलावा आतंकवादी संगठन ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) का कृत्य ‘सर्व धर्म सम भाव’ के भारत के विचार को चुनौती है, जो भारत में धर्मनिरपेक्षता का सिद्धांत है। ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) गुप्ता ने यहां प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा, ”भारत में हम सभी धर्मों को गले लगाते हैं, लेकिन यह चिंता और शर्म की बात है कि कश्मीर में स्वघोषित धर्मनिरपेक्ष दलों के नेता एक बार फिर पाकिस्तान और इसके छद्म संगठन टीआरएफ की निंदा करने में विफल रहे हैं।”
आतंकवादियों ने 31 दिसंबर को स्वर्णकार सतपाल सिंह (62) की श्रीनगर के एक व्यस्त बाजार में हत्या कर दी। निवास प्रमाण पत्र हासिल करने से उन्हें जम्मू-कश्मीर में जमीन और संपत्ति खरीदने का अधिकार मिल गया था। ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) गुप्ता ने शनिवार को कहा कि आतंकवादी संगठनों द्वारा ”जनसांख्यिकी बदलाव” पर चिंता जाहिर करना उसी तरह है जैसे कश्मीरी नेता कश्मीरी मुस्लिमों के अलावा सभी को ”बाहरी” बताकर स्थानीय लोगों की ”भावनाओं” का दोहन करते हैं।
उन्होंने कहा कि हत्या इस तरह के बयानों से प्रेरित लगती है और इसकी गहन जांच जरूरी है। ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) गुप्ता ने कहा कि धर्म के आधार पर भारत तीसरा विभाजन बर्दाश्त नहीं कर सकता और कुछ समूहों के इस सिद्धांत के दबाव में नहीं झुक सकता कि ”केवल मेरा तरीका ही सही तरीका है और जो लोग मेरी राह पर नही चलते वे यहां रहने के काबिल नहीं हैं।”