क्रिसमस पर सुपरस्प्रेडर ‘सांता क्लॉज’ ने दिया 157 को ‘कोरोना गिफ्ट’: संक्रमण से 18 बुजुर्गों की मौत

बेल्जियम (Belgium) के एक केयर होम में रहने वाले लोगों के लिए सांता क्लॉज से गिफ्ट लेना भारी पड़ गया। कोरोना वायरस से संक्रमित सांता क्लॉज बने एक व्यक्ति ने 157 लोगों को कोरोना संक्रमित कर दिया। इनमें से 36 स्टाफ मेंबर बताए जा रहे हैं। ‘डेली मेल‘ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से 18 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित था और वह केयर होम क्रिसमस की बधाइयाँ देने पहुँचा था।

बुजुर्गों का बढ़ाना चाहते थे मनोबल

रिपोर्ट के अनुसार, बेल्जियम के एन्टवर्प के केयर होम के कर्मचारी वहाँ रहने वाले बुजुर्गों का मनोबल बढ़ाना चाहते थे। इसलिए उन्होंने सांता क्लॉज बुलवाकर उनके हाथों से बुजुर्गों को गिफ्ट दिलवाने की योजना बनाई। प्लान के तहत उन्होंने केयर होम के लोगों की देखभाल करने वाले एक चिकित्सक को सांता क्लॉज बनने के लिए तैयार कर लिया।

सांता क्लॉज बना ‘सुपरस्प्रेडर’

इस केयर होम में एक के बाद कई कोरोना पॉजिटिव मामले पाए जाने पर वहाँ रह रहे सभी लोगों और देखभाल कर रहे सभी स्टाफ की जाँच की गई। यहाँ जब 157 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए तो सांता क्लॉज को ही सुपरस्प्रेडर करार दिया गया। क्रिसमस से एक दिन पहले और क्रिसमस के दिन पाँच लोगों ने अपनी जान गँवाई है, जिसके बाद केयर होम के अभी तक 18 लोग अपनी जान गँवा चुके हैं। कुछ लोगों को ऑक्सीजन वेंटिलेंटर पर रखा गया है।


सांता क्लॉज अपने कुछ साथियों के साथ बेल्जियम के एन्टवर्प के केयर होम में पहुँचे थे

नियमों की हुई अनदेखी

स्थानीय मेयर विम कीयर्स ने कहा कि केयर होम के लिए यह बुरा समय है। उन्होंने कहा कि आगामी कुछ दिन बहुत ही मुश्किल भरे होंगे। मेयर ने पहले यह बयान दिया था कि सांता क्लॉज के केयर होम जाने के दौरान नियमों का पालन किया गया था। हालाँकि मेयर ने केयर होम की तस्वीरें देखने के बाद यह कहा कि यहाँ नियमों का पालन नहीं हुआ। सभी लोगों ने मास्क नहीं पहना था। सांता भी दो मीटर से कम की दूरी पर बुजुर्गों के समीप खड़ा था।

मेयर ने जताया अफसोस

मेयर विम कैयर्स व्यक्तिगत रूप से इस मामले की जाँच करा रहे हैं। उनका कहना है यह इवेंट खुशियाँ बाँटने और मनोरंजन के अच्छे इरादे से आयोजित किया गया था लेकिन अफसोस कि यहाँ आए लोगों को कोविड से संक्रमित होना पड़ा।

उन्होंने केयर होम के लिए इसे एक ब्लैक डे करार दिया। स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार सेंटा बना व्यक्ति पहले अस्वस्थ महसूस नहीं कर रहा था और न ही उसमें कोविड-19 का का कोई लक्षण दिखा था।