मुंबई। कांग्रेस नेता सचिन सावंत ने फिल्म निर्माता करण जौहर को एनसीबी द्वारा भेजे गए समन पर सवाल उठाए हैं. पार्टी नेता का कहना है कि ये महाराष्ट्र को बदनाम करने की सजिश है, क्योंकि जिस वायरल वीडियो की जांच के लिए जौहर को समन भेजा गया है, वो वीडियो 2019 का है, तब तत्कालीन फडणवीस सरकार ने जांच क्यों नहीं की थी? आखिर एनसीबी कंगना रनौत को समन क्यों नहीं भेज रही?
आपको बता दें कि समन को एनसीबी ने करण जौहर की एक पार्टी के डिटेल्स और जानकारी जानने के मकसद से भेजा था. इस पार्टी में बॉलीवुड के कई एक्टर्स और एक्ट्रेसेज शामिल हुए थे. हालांकि, इस मसले पर करण जौहर ने जवाब दे दिया है.
फडणवीस सरकार ने जांच क्यों नहीं की?
कांग्रेस नेता सचिन सावंत ने सवाल किया कि जब फडणवीस सरकार सत्ता में थी तो एनसीबी ने करण जौहर की पार्टी की जांच क्यों नहीं की? वीडियो 2019 में वायरल हुआ था और फडणवीस गृह मंत्री थे.
कंगना को क्यों नहीं बुला रहे?
सावंत ने यह भी सवाल किया कि आखिर NCB अभी भी जांच के लिए कंगना रनौत को क्यों नहीं बुला रही है? जबकि कंगना ने एक वीडियो में खुद मादक पदार्थों को लेने की बात कबूल की थी. वहीं, NCB उन मुद्दों पर जांच कर रही है, जिनका सुशांत केस से कोई संबंध नहीं है.
Why the Narcotics Crime Branch of Mumbai when Fadnavis govt was in power did not investigate karan johar party ? The video was viral in 2019 and Fadnavis ji was home minister. He must answer as NCB is proceeding with the investigation. pic.twitter.com/F649nJoQTG
— Sachin Sawant सचिन सावंत (@sachin_inc) December 18, 2020
महाराष्ट्र को बदनाम करने की साजिश
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि इन सबके चलते मालूम होता है कि इनका असली मकसद महाराष्ट्र को बदनाम करना है. सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा यूपी में एक नई फिल्म सिटी शुरू करने का फैसला करने के बाद मुंबई पुलिस और बॉलीवुड की बदनामी शुरू हुई. बीजेपी ने अपनी गंदी राजनीति के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसियों और सुशांत केस का इस्तेमाल किया.
उधर, खबर है कि करण जौहर ने एनसीबी के समन का जवाब अपने वकील और स्टाफ की मदद से भेज दिया है. अब आगे एनसीबी क्या एक्शन लेती है. यह देखने वाली बात होगी.