चिराग पासवान की निकल गई हेकड़ी?, नीतीश के खिलाफ बदली रणनीति!

पटना। बिहार चुनाव के दौरान सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ तीखी बयानबाजी करने वाले लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान अगले 6 महीने उनकी आलोचना नहीं करेंगे, उन्होने पार्टी नेताओं को भी यही नसीहत दी है, आप लोग भी शांत रहिये, संगठन को मजबूत बनाने के काम में जुट जाइये, चिराग पासवान ने करीब डेढ दर्जन चुनिंदा नेताओं की मौजूदगी में संसदीय बोर्ड की बैठक में कार्यकर्ताओं को ये निर्देश दिये हैं, माना जा रहा है कि चिराग के रुख में बदलाव बीजेपी की पहल की वजह से आया है, नई सरकार गठन के बाद बीजेपी नहीं चाह रही है कि लोजपा के चलते घटक दलों के बीच कटुता का माहौल पैदा हो।

लोजपा एनडीए में बनी रहेगी

चिराग पासवान ने ये भी साफ कर दिया है कि लोजपा एनडीए में बनी रहेगी, रामविलास पासवान की राज्यसभा सीट पार्टी को नहीं मिलने का बावजूद वो अलगाव नहीं चाह रहे हैं, कहा जा रहा है कि मीटिंग में मौजूद पूर्व विधायक हुलास पांडेय ने कहा कि फिलहाल हम लोगों को किसी के समर्थन या विरोध के बारे में नहीं सोचना चाहिये।

संगठन पर ध्यान

इसके बदले ज्यादा से ज्यादा ध्यान संगठन को मजबूत करने पर देना चाहिये, ताकि अगले चुनाव में पार्टी को मजबूत संगठन का लाभ मिल सके, सूत्रों ने बताया कि चिराग ने पांडेय के प्रस्ताव पर सहमति जताई है, कहा अगले 6 महीने किसी के विरोध के बदले संगठन पर फोकस करना है।

प्रतिकूल टिप्पणियों से आहत होते हैं सीएम

लोजपा प्रमुख ने संसदीय बोर्ड की मीटिंग में कहा कि सीएम नीतीश कुमार का विरोध ना करने का संकेत उन्हें बीजेपी की ओर से भी मिला है, उनके मुताबिक बीजेपी के एक बड़े नेता ने संदेश दिया है कि प्रतिकूल टिप्पणियों से सीएम आहत होते हैं, एनडीए के घटक होने के नाते लोजपा को बेवजह बयानबाजी से बचना चाहिये, वैसे भी लोजपा अगर सीएम की किसी मुद्दे पर आलोचना करती है, तो जीतन राम मांझी की पार्टी बुरी तरह रिएक्ट करता है, इससे एनडीए घटक दलों के बीच टकराव का संदेश जाता है।