लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार का फोकस अब लोगों के लिए रोजगार पैदा करने पर है. राज्य के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग में 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ है. इसी के साथ 3 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ये लक्ष्य पांच सालों के लिए रखा गया था, लेकिन हमारी सरकार ने इस लक्ष्य को महज तीन साल में ही पूरा कर लिया. इसी के साथ आगे के लिए हमने पांच सालों का लक्ष्य तय किया है. हमारा आगे का लक्ष्य है कि चालीस हजार करोड़ रुपये का निवेश और चार लाख लोगों को रोजगार मिले.
इसी के साथ उन्होंने बताया कि सरकार ज़ेवर एयरपोर्ट के पास इलेक्ट्रॉनिक सिटी बनाने जा रही है. साथ ही कई जिलों में आईटी पार्क भी बनाए जाएंगे. लखनऊ में इन्केयूबेटर सेंटर बनाया जाएगा. बता दें कि प्रदेश में पहले ही 18 इन्केयूबेटर बन चुके है. साथ ही 3300 स्टार्टअप इकाइयां शुरू हो चुकी हैं. वहीं, दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार का अगला फोकस पूर्वांचल के विकास पर है. सरकार की कोशिश है कि पूर्वी क्षेत्र का इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर किया जाए.
आपको बता दें कि आज उत्तर प्रदेश सरकार ने डॉक्टरों को लेकर भी बड़ा फैसला किया है. यदि वह डिग्री के बाद 10 साल तक सरकारी अस्पताल में नौकरी नहीं करेंगे तो उन पर एक करोड़ रुपये का जुर्माना लगेगा. दरअसल, पीजी करने वाले डॉक्टरों को 10 साल तक सरकारी अस्पताल में नौकरी करना योगी सरकार ने अनिवार्य कर दिया है.