नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफ़िले पर हुए पथराव को लेकर केंद्र सरकार बड़ा कदम उठाया है। केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल के 3 आईपीएस अधिकारियों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर बुलाने का आदेश जारी किया है। भाजपा अध्यक्ष के काफ़िले पर गुरुवार (10 दिसंबर 2020) को हमला हुआ था जिसमें भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय समेत अन्य भाजपा नेताओं को चोटें आई थीं।
Centre recalls three IPS officers of West Bengal.
This comes in connection to the alleged attack on the BJP Chief’s convoy in WB.@Arunima24 with the details.
Join the broadcast with @AnushaSoni23. pic.twitter.com/SFGZzNvEho
— News18 (@CNNnews18) December 12, 2020
पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय और डीजीपी वीरेंदर को इस घटना के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से समन भेजा गया था। जिसमें इनसे यह पूछा जाएगा कि प्रदेश में जारी सिलसिलेवार राजनीतिक हिंसाओं को रोकने के लिए क्या उपाय किए गए। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी केंद्र को इस संबंध में रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें उन्होंने प्रदेश की क़ानून व्यवस्था को लेकर चिंता जताई थी।
गौरतलब है कि गुरुवार (दिसंबर 10, 2020) को दक्षिण 24 परगना में एक कार्यक्रम के लिए डायमंड हार्बर की ओर जाते वक़्त बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमला हुआ था। इस हमले में बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय की गाड़ी पर ईंट फेंकी गई थी। उन्होंने वीडियो साझा करते हुए पूरी घटना की सूचना दी थी।
इस घटना पर कैलाश विजयवर्गीय ने लिखा था, “बंगाल पुलिस को पहले ही राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यक्रम की जानकारी दी गई थी। लेकिन एक बार फिर बंगाल पुलिस नाकाम रही। सिराकोल बस स्टैंड के पास पुलिस के सामने ही TMC के गुंडों ने हमारे कार्यकर्ताओं को मारा और मेरी गाड़ी पर पथराव किया।”
इसके बाद प्रदेश के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा था कि उन्होंने घटना के ठीक बाद मुख्य सचिव और राज्य के डीजीपी को पूरी जानकारी के लिए तलब किया था। काफिले पर हुए हमले को लेकर बंगाल पुलिस ने कहा था कि किसी को कुछ नहीं हुआ है और सभी लोग सुरक्षित हैं। इस मामले पर कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अधिकारी और पुलिस पूरी तरह निष्क्रिय है।