कांग्रेस का चाल, चरित्र और चेहरा सब देश विरोधी है। चाहे चीन से गुप्त समझौते करना हो, या भारत को बदनाम कर पाकिस्तान की तारीफ करना हो, या फिर देश के टुकड़े-टुकड़े गैंग के समर्थन में खड़ा होना हो। कांग्रेस हमेशा देश के खिलाफ काम करती रहती है। देश के आम लोगों में धारणा बन चुकी है कि कांग्रेस का हाथ हमेशा दंगाइयों, आतंकियों और जिहादियों के साथ रहता है। लोगों की इस धारणा की फिर पुष्टि हुई है। अपने संसदीय क्षेत्र केरल के वायनाड जाते ही जनेऊधारी राहुल गांधी के रंग-ढंग बदल गए। उन्होंने दंगा फैलाने के लिए कुख्यात पीएफआई के सक्रिय सदस्य और देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार सिद्दीकी कप्पन के परिवार से मुलाकात की।
कोंग्रेस नेता @RahulGandhi ने वायनाड (केरल) में सिद्दक़ी के परिवार से मुलाक़ात की है, सिद्दक़ी दंगे फैलाने के लिए कुख्यात #PFI का सक्रिय सदस्य है, #HathrasCase के बाद जातीय दंगे भड़काने की साज़िश करने का आरोप भी सिद्दक़ी पर है, इस वक्त सिद्दक़ी देशद्रोह के आरोप में जेल में हैं. pic.twitter.com/n0YQhOjjoN
— Vikas Bhadauria (ABP News) (@vikasbha) October 21, 2020
मलप्पुरम में एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में राहुल गांधी ने सिद्दीकी कप्पन की गिरफ्तारी को अवैध करार दिया और उसके परिवार को हर तरह से मदद करने का भरोसा दिया। राहुल गांधी ने कहा कि सिद्दीकी की गिरफ्तारी एक गंभीर मामला है। कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को पूरी गंभीरता के साथ उठाएगी।
राहुल गांधी के सिद्दीकी कप्पन के परिवार से मुलाकात पर सोशल मीडिया में लोगोंं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। लोगों ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस हमेंशा देश विरोधी ताकतों को संरक्षण देने का काम करती है। लोगों ने ट्वीट के माध्यम से कांग्रेस के नापाक गठजोड़ पर अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए कांग्रेस के पुराने कारनामोंं की भी याद दिलाई।
बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाथरस में सांप्रदायिक और जातीय दंगा फैलाने की साजिश में शामिल होने के आरोप में मथुरा से पीएफआई के जिन चार सदस्यों को गिरफ्तार किया था, उसमें केरल के मलप्पुरम के रहने वाला तथाकथित पत्रकार सिद्दीकी कप्पन भी शामिल था। इनके पास से हाथरस में दंगा फैलाने के लिए बनाई गई वेबसाइट जस्टिस फॉर हाथरस से जुड़े होने के भी सुराग मिले। इनके पास से भड़काऊ और आपत्तिजनक कंटेंट भी बरामद किए गए। इसके बाद पुलिस ने इनके खिलाफ देशद्रोह समेत 20 अलग अलग धाराओं में केस दर्ज किया।