हाथरस/लखनऊ। हाथरस कांड के पीड़ित परिवार ने शुक्रवार को कोविड की जांच कराने से इनकार कर दिया है। बता दें कि पीड़ित की बहन को कुछ दिनों से खांसी की शिकायत थी, जिस पर शुक्रवार को हेल्थ टीम पीड़ित परिवार की कोरोना जांच करने आई थी। पीड़ित परिवार ने कोरोना जांच कराने से इनकार कर हेल्थ टीम को वापस लौटाया दिया। पीड़ित परिवार का कोरोना टेस्ट लेने पहुंचे डॉ. पंकज ने बताया परिवार ने जांच से इनकार किया है।
आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी के विधायक कुलदीप कुमार कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद हाथरस में पीड़िता के गांव पहुंचे और वहां बहुत लोगों के संपर्क में आए। कुलदीप कुमार के साथ आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और यूपी प्रभारी संजय सिंह भी बीते रविवार को हाथरस में पीड़ित परिवार से मुलाकात करने पहुंचे थे। आप विधायक पर कोरोना संक्रमण फैलाने के आरोप में मामला दर्ज हुआ है।
हाथरस कांड के पीड़ित परिवार को बंधक बनाकर रखने की याचिका खारिज
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने हाथरस कांड के पीड़ित परिवार को प्रशासन द्वारा अवैध रूप से बंधक बनाकर रखने के आरोप को लेकर दाखिल याचिका खारिज कर दी है। पीड़ित परिवार के लोगों को स्वतंत्रता पूर्वक कहीं भी आने-जाने की अनुमति देने या लोगों से मिलने जुलने की छूट देने की मांग में दाखिल बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर हस्तक्षेप से इनकार करते हुए कोर्ट ने कहा कि उच्चतम न्यायालय में मामले की सुनवाई चल रही है।
क्या है पूरा मामला
बीते 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा क्षेत्र में 19 वर्षीय एक दलित युवती से कथित रूप से बलात्कार किया गया था। वारदात के दौरान गला दबाए जाने से उसकी जबान भी कट गई थी। लड़की को पहले अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था जहां गत 28 सितंबर को उसकी मौत हो गई। मौत के बाद रात में पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि हमें अंतिम समय में अपनी बच्ची को देखने नहीं दिया गया और प्रशासन ने पुलिसिया पहरेदारी में रात 2.30 बजे अंतिम संस्कार कर दिया। इसके बाद जगह-जगह प्रदर्शन शुरू हो गया।