कोरोना: डोनाल्ड ट्रंप को कौन सा अनोखा इलाज मिला कि 3 दिन में फिट होकर घर लौटे?

वॉशिंगटन। अमेरिका में अगर कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित होता है, तो सभी को एक जैसा ही इलाज मिलता है. लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) के मामले में ऐसा नहीं हुआ. उनका इलाज बेहद अलग तरीके से किया गया और वो तमाम दवाईयां उन्हें दी गईं, जिनसे थोड़ी सी भी आराम मिलने की उम्मीद थी. तभी तो, डोनाल्ड ट्रंप खुद को इतना फिट महसूस कर रहे हैं, जितने वो पिछले 20 सालों में नहीं रहे.

एंटीबॉडी थेरेपी से शुरूआत
डोनाल्ड ट्रंप को कोरोना संक्रमित होने के बाद सबसे पहले एंटीबॉडी थेरेपी (Antibody Therapy) दी गई. इस थेरेपी का 275 लोगों पर ट्रायल चल रहा है. इससे काफी हद तक कोरोना वायरस के संक्रमण को घटाने में मदद मिली. हालांकि इसे अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (Food and Drug Administration) की अनुमति अभी नहीं मिली है.

रेमडेसिविर और डेक्सामेथासोन की डोज भी दी गई
डोनाल्ड ट्रंप को वो दवाइयां दी गईं, जिनके लिए अमेरिका में पूरी तरह से क्लीनिकल इस्तेमाल की इजाजत भी नहीं मिली है. ट्रंप को एंटीबॉडी थेरेपी के बाद रेमडेसिविर (Remdesivir) और डेक्सामेथासोन (Dexamethasone) की डोज भी दी गई.

नहीं मिली है एफडीए की मंजूरी
डोनाल्ड ट्रंप को जो रेमडेसिविर की डोज दी गई, उसे अभी कोरोना के इलाज के लिए एफडीए की मंजूरी नहीं मिली है. हालांकि इसे इमरजेंसी में इस्तेमाल किया जा सकता है.  रेमडेसिविर के क्लीनिकल ट्रायल में पता चला है कि इसके पांच दिन के इस्तेमाल से मरीजों के ठीक होने की गति बढ़ती है. लेकिन इसके इस्तेमाल के कई साइड इफेक्ट्स भी हैं.

डेक्सामेथासोन का भी बिना अनुमति के ही किया गया इस्तेमाल
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को डेक्सामेथासोन की डोज भी दी गई है. ये दवा भारत से पूरी दुनिया को निर्यात होती है. ये दवा सस्ती भी है, सर्वसुलभ भी. लेकिन ये इम्यून सिस्टम (Immune System) को धीमा कर देती है. इसी वजह से इसे कोरोना (Covid-19) के इलाज में इस्तेमाल की मंजूरी नहीं मिली है. दरअसल डेक्सामेथासोन के इस्तेमाल से ठीक हुए कई मरीजों की एक माह के अंदर मौत होने की भी खबरें आ चुकी हैं.

तो क्या दवाईयों के ट्रायल का सेंटर बन चुके हैं ट्रंप?
डोनाल्ड ट्रंप पर वो सारी दवाइयां आजमाई जा चुकी हैं, जिनके ट्रायल चल रहे हैं. इतनी सारी दवाइयों के इस्तेमाल के बाद ये तो कहा ही जा सकता है कि डोनाल्ड ट्रंप पर अमेरिका में सबसे ज्यादा दवाइयों का ट्रायल किया जा चुका है.