जम्मू। पुलवामा आतंकी हमले मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू एनआइए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट में जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) प्रमुख मौलाना मसूद अजहर, उसके भाई अब्दुल रईस असगर, आतंकवादी संगठन के कई अन्य कमांडरों के नाम शामिल हैं। एनआईए के वकील विपिन कालरा कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने के बाद पत्रकारों को बताया कि चार्जशीट 5,000 पन्नों की है। अगर डिजिटल साक्ष्यों को भी जोड़ दें तो यह 15,000 से अधिक पृष्ठों में चलेगा। इसमें मसूद अजहर मुख्य आरोपी है। सुनवाई की अगली तारीख 1 सितंबर है।
यह चार्जशीट डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) सोनिया नारंग और एसपी राकेश बलवाल के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा जांच के बाद पूरी की गई है। एनआइए अदालत के समक्ष चार्जशीट दायर करने के बाद एनआइए के वकील विपिन कालरा ने कोर्ट को बताया कि इस हमले का मास्टर माइंड जैश-ए-मोहम्मद मसूद अजहर अलवी, उसका भाई थे। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने भी उनकी पूरी मदद की।उन्होंने इन आरोपों को साबित करने के लिए कोर्ट के समक्ष सबूत भी पेश किए। हमले में अपनाई गई तकनीक, सामग्री और घटना स्थल से जुटाए गए सबूत यह साबित करते हैं कि इसमें पाकिस्तान का ही हाथ था। जांच के साथ की गई गिरफ्तारियों, उनसे हुई पूछताछ, सोशल मीडिया चैट्स, कॉल आदि के रिकार्ड भी कोर्ट को दिखाए गए जो यह साबित करते हैं कि हमले को अंजाम देने में जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन की भूमिका रही।
एनआइए की जांच में पता चला है कि पाकिस्तान ने कश्मीर के स्थानीय निवासी आदिल अहमद डार का इस्तेमाल किया। उसी ने पुलवामा में विस्फोटकों से लदी कार के साथ सीआरपीएफ के काफिले में शामिल बस को टक्कर मारी थी। इस आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के चालीस जवान शहीद हो गए थे। क्योंकि इस हमले को जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन ने अंजाम दिया था इसीलिए एनआइए ने संगठन के संस्थापक अजहर को अपनी चार्जशीट में अहम आरोपी बनाया है। अजहर वहीं है जिसे आतंकवादियों ने वर्ष 2000 में अगवा किए गए विमान में बैठे 155 यात्रियों के बदले जेल से रिहा करवाया था। पाकिस्तान में पहुंचने पर अजहर ने कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने के इरादे से जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना की थी।
पुलवामा आतंकी हमला मामले की मुख्य बातें
– NIA की चार्जशीट में दावा- ISI और जैश ने रची थी पुलवामा आतंकी हमले की साजिश14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बड़ा आतंकी हमला हुआ था जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 जवान शहीद हो गए थे।
– पुलवामा आतंकी हमला मामले में पिछले साल 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बड़ा आतंकी हमला हुआ था जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले को निशाना बनाया गया था।
– पुलवामा आतंकी हमले को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी चार्जशीट आज दायर करेगी। इसमें कहा गया है कि पूरे हमले की योजना पाकिस्तान ने बनाई थी। साथ ही आतंकियों को ट्रेनिंग भी पाकिस्तान में दी गई थी।
-बता दें कि चार्जशीट के मुताबिक इस हमले की योजना पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने बनाई थे। आतंकियों को ट्रेनिंग देने के बाद हमले के लिए भारत भेजा गया था।
– पाकिस्तान ने हमले के लिए एक स्थानीय युवक आदिल अहमद डार का इस्तेमाल किया। इसी शख्स ने सीआरपीएफ के काफिले पर विस्फोटक कार से हमला कर दिया।
एनकाउंटर में मारा गया कई आतंकी
पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक के नाम, जिन्हें हमले को अंजाम देने के लिए भारत भेजा गया था, कामरान, JeM के एरिया कमांडर, मुदस्सिर खान और आदिल अहमद डार भी चार्जशीट में शामिल हैं। लेकिन आरोपियों के रूप में नहीं, क्योंकि वे मारे गए हैं। फारूक, कामरान, और मुदस्सिर खान मार्च 2019 में सुरक्षा बलों के साथ आग के अलग-अलग एनकाउंटर में मारा गया था। गृह मंत्रालय ने अजहर और अन्य के खिलाफ एंटी-टेरर लॉ के तहत चार्जशीट दायर करने की अनुमति दे दी है।
चार्जशीट में नाम
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के फाउंडर मौलाना मसूद अजहर और उसका छोटा भाई, मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर एनआईए की चार्जशीट में मुख्य आरोपी है। बता दें कि पुलवामा हमले के बाद से अब तक जैश के सात आतंकियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसमें, शाकिर बशीर मैगरी, मोहम्मद अब्बास, मोहम्मद इकबाल, वैज उल इस्लाम, इंशा जां, तारिक अहमद शाह और बिलाल अहमद शामिल हैं।