पुलवामा हमले में NIA ने दायर की 13500 पन्नों की चार्जशीट: मसूद अजहर मास्टरमाइंड, 29 आरोपितों में से 12 कश्मीरी

नई दिल्ली। पुलवामा में हुए आतंकी हमले के मामले में राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने मंगलवार (अगस्त 25, 2020) को चार्जशीट दायर की। पाकिस्तान समर्थित आतंकियों के नेटवर्क द्वारा किए गए इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान वीरगति को प्राप्त हो गए थे। 13,500 पन्नों की ये चार्जशीट जम्मू की एक विशेष अदालत में दायर की गई। इसमें आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े सरगना मसूद अजहर को मुख्य आरोपित बनाया गया है। साथ ही उसके भाई अब्दुल रउफ अशर का भी नाम है, जिसने पूरी साजिश रची।

पाकिस्तानी आतंकियों ने किस तरह से एक बड़ी साजिश के तहत पुलवामा में हुए इस आत्मघाती हमले को अंजाम दिया, NIA की चार्जशीट में इसका पूरा कच्चा चिट्ठा खोला गया। इस हमले को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया था। बता दें कि आतंकी संगठन जैश ने एक वीडियो जारी कर के इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। पुलिस महानिरीक्षक सोनिया नारंग और पुलिस अधीक्षक राकेश बलवाल की एक टीम ने गहन जाँच-पड़ताल के बाद इस मामले में सबूत जुटाए।

जाँच में वैज्ञानिक और डिजिटल तथ्यों का सहारा लिया गया। कुल 18 महीने तक चले इंवेस्टिगेशन में पाकिस्तानी नेटवर्क और भारत में उन्हें मिली मदद को लेकर पड़ताल हुई। पुलवामा हमलों पर NIA की चार्जशीट में कुल 29 लोगों को आरोपित बनाया गया है, जिनमें 12 कश्मीरी हैं। आत्मघाती हमलावर आबिद अहमद डार के अलावा इसमें पाकिस्तान के आतंकी शामिल हैं। अब तक इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनके नाम इस चार्जशीट में शामिल हैं।

याद दिलाते चलें कि इस हमलें में सीआरपीएफ के 40 जवान वीरगति को प्राप्त हो गए थे। भारत ने इस हमले का 14 दिनों के भीतर बदला ले लिया था। 14 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर 1000 किलो का बम बरसाया था, जिससे करीब 200-300 आतंकी मारे गए थे।

अज़हर, अशगर, उसका संबंधी फारूकी (जो मारा जा चुका है) सहित उन 6 को NIA की जम्मू में स्थित विशेष अदालत में दायर चार्जशीट में आरोपित बनाया गया है। इसमें पाकिस्तान का रोल हाइलाइट करने के लिए कॉल डिटेल्स का सहारा लिया गया है। जैश ने कैसे रुपयों का अवैध ट्रांजैक्शन किया, इसके भी पूरे डिटेल्स खँगाले गए। मोहम्मद इकबाल राथर को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। इंशा जान और उसके पिता तारिक अहमद का भी इसमें नाम है।

ये दोनों पुत्री और पिता जैश के जमीनी आतंकी के रूप में काम कर रहे थे। इकबाल को जुलाई 2020 में ही गिरफ्तार किया गया था। उसने आतंकी उमर फारूक को पाकिस्तान से भारत में घुसपैठ कराने में मदद की थी। इसके अलावा भी जो हैं वो सब जैश के जमीनी आतंकी थे। NIA की चार्जशीट से अभी और डिटेल्स सामने आना बाकी है, जिसके आधार पर अदालत आतंकियों के खिलाफ सुनवाई करेगी और उन्हें सजा सुनाएगी। इसमें मुख्य मास्टरमाइंड मसूद अजहर ही था।