सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या मामले की जाँच सीबीआई कर रही है। इससे पहले इस बात पर बहस हो रही थी कि सुशांत सिंह राजपूत की ऑटोप्सी रिपोर्ट में उनकी मृत्यु के समय का कोई जिक्र नहीं था। इसकी जाँच के लिए एम्स के 4 डॉक्टरों की एक टीम तैयार की गई है, जो रिपोर्ट का विश्लेषण कर सीबीआई को रिपोर्ट देगी। गुप्ता के नेतृत्व वाली टीम इसकी जाँच करने के बाद मुंबई के लिए प्रस्थान करेगी।
बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद कूपर हॉस्पिटल में उनकी ऑटोप्सी कराई गई थी। मुंबई पुलिस ने भी ऑटोप्सी करने वाली डॉक्टरों की टीम को मृत्यु के समय को लेकर सवाल भेजे हैं। इसके बाद उन्हें 5 अगस्त को डॉक्टरों ने जवाब भी दिया था। ये रिप्लाई सुप्रीम कोर्ट को सब्मिट की गई रिपोर्ट का भी हिस्सा है, जिसे सीबीआई को सौंपा गया है। डॉक्टरों ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि पोस्टमॉर्टम से 10-12 घंटे पहले उनकी मृत्यु हो गई थी।
बता दें कि सुशांत का पोस्टमॉर्टम 14 जून को रात 11:30 बजे हुआ था। उनकी मृत्यु के समय घटनास्थल से कुर्ता भी मिला था, जिसे टेंसाइल रिपोर्ट के लिए भेजा गया। इसके बाद 27 जुलाई को ये रिपोर्ट पुलिस को मिली। रिपोर्ट में कहा गया कि ये कुर्ता 200 किलो तक का वजन बर्दाश्त कर सकता है। अभिनेता के गर्दन पर मिले फाइबर को कुर्ते के फाइबर से मैच किया गया, जो समान निकला।
इधर सुशांत सिंह राजपूत के घर पर जाकर सीबीआई ने क्राइम सीन को रिक्रिएट किया। इस दौरान उसके साथ सुशांत के कुक नीरज और रूममेट सिद्धार्थ पिठानी भी साथ थे। सुशांत के घर से लेकर बेडरूम तक की तस्वीरें क्लिक की गईं और वीडियो भी शूट किया गया। सीबीआई की टीम ने भी कूपर हॉस्पिटल जाकर डॉक्टरों से मुलाकात की। सीबीआई इस मामले में और भी लोगों से आज पूछताछ करेगी।
बांद्रा में जिस किराए के मकान में सुशांत सिंह राजपूत का 14 जून को शव लटका हुआ मिला था, वहाँ पर पड़ोसी ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि 13 जून की रात करीब 10.30-10.45 के बीच सुशांत राजपूत के कमरे की सभी लाइट्स बंद हो गई थी। सिर्फ किचन की लाइट जल रही थी। सुशांत के घर की लाइट 13 जून की रात को 10.30-10.45 बजे अचानक बंद हो गई थी। ऐसा अमूमन नहीं होता था, क्योंकि वह देर तक जागते थे।