मुंबई। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में सीबीआइ की टीम लगातार दूसरे दिन उनके कुक नीरज से पूछताछ कर रही है। कुक से सांताक्रूज गेस्ट हाउस में पूछताछ हो रही है। इससे पहले यहां फॉरेंसिक टीम पहुंची। सीबीआइ टीम इसी गेस्ट हाउस में ठहरी है। इसी बीच सीबीआइ की एक टीम बांद्रा पुलिस स्टेशन पहुंची है। बता दें कि सीबीआइ ने शुक्रवार को मामले की जांच शुरू की। आज जांच का दूसरा दिन है।
सीबीआइ ने मामले की जांच के लिए कई टीमों का गठन किया है। शुक्रवार को दो अलग-अलग टीमों ने सुशांत के घर पर काम करने वाले दो लोगों के बयान दर्ज किए। इस दौरान सीबीआइ की एक टीम ने नीरज से पूछताछ की। दूसरी टीम सुशांत के हाउस मैनेजर रहे सैमुअल मिरांडा से पूछताछ करने मरोल गई। नीरज और मिरांडा से सीबीआइ की पूछताछ चार घंटे से अधिक चली। जानकारी के अनुसार सीबीआइ जोन-9 के पूर्व पुलिस उपायुक्त परमजीत दहिया से भी पूछताछ करेगी। दहिया वही पुलिस अधिकारी हैं, जिन्हें फरवरी में सुशांत के बहनोई ओपी सिंह ने संदेश भेजकर अभिनेता को खतरे के प्रति आगाह किया था। लेकिन, उस समय उनकी बात को महत्व नहीं दिया गया था।
मुंबई पुलिस ने जांच से संबंधित सभी दस्तावेज एवं वस्तुएं उपलब्ध कराई
सीबीआइ को मुंबई पुलिस ने जांच से संबंधित सभी दस्तावेज एवं वस्तुएं उपलब्ध करा दी हैं। बांद्रा पुलिस ने जांच से संबंधित पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, विसरा रिपोर्ट, ऑटोप्सी रिपोर्ट, फॉरेंसिक रिपोर्ट, लैपटॉप, तीन मोबाइल, तीनों मोबाइलों पर हुई बातचीत के विवरण, सुशांत की डायरी, मौत के समय पहने हुए कपड़े, जूस का मग एवं प्लेट इत्यादि सीबीआइ को सौंप दिए। इसके अलावा 56 लोगों के बयान भी सीबीआइ को सौंप दिए गए हैं।
ले में एम्स की टीम भी करेगी फोरेंसिक जांच
मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआइ ने एम्स से फोरेंसिक रिपोर्ट पर राय मांगी है। इसके बाद एम्स के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सुधीर गुप्ता के नेतृत्व में जांच के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम गठित की गई है। इस टीम ने सीबीआइ से मामले से जुड़ी सभी जरूरी रिपोर्ट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट मांगी है, ताकि पूरे मामले का गहनता से निरीक्षण किया जा सके। डॉ. सुधीर गुप्ता ने कहा कि एम्स की टीम शरीर पर जख्म के पैटर्न का विश्लेषण करने के बाद परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर रिपोर्ट तैयार करेगी। पोस्टमार्टम के दौरान एकत्र सुबूतों की भी जांच करेगी, ताकि आत्महत्या व कथित हत्या की गुत्थी सुलझाई जा सके।