पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में बीजेपी नेता शेख वसीम बारी के अलावा उनके पिता और भाई की हत्या करने वाले आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मौत के घाट उतार दिया है। बारामूला में सोमवार (अगस्त 17, 2020) को शुरू हुए मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकवादियों को ढेर किया है। इसमें लश्कर-ए-तैयबा के दो टॉप कमांडर्स सज्जाद उर्फ हैदर और उस्मान भी शामिल हैं।
आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने मंगलवार (अगस्त 18, 2020) को बताया कि सज्जाद हैदर ही बीजेपी नेताओं की हत्या का मुख्य साजिशकर्ता था, जबकि विदेशी आतंकी उस्मान ने वसीम बारी उनके पिता और भाई की हत्या की थी। इन दो आतंकियों का मारा जाना सुरक्षाबलों के लिए बड़ी सफलता है। सज्जाद युवाओं को आतंकी संगठनों में भर्ती करता था और पुलिस, नागरिकों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर हमलों में शामिल था।
गौरतलब है कि 8 जुलाई को 27 वर्षीय शेख वसीम बारी के अलावा, उनके पिता शेख बशीर अहमद और भाई शेख उमर की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हमला बांदीपोरा पुलिस स्टेशन के ठीक बाहर हुआ, जब तीनों अपनी दुकान पर थे। वसीम बारी बांदीपोरा जिले के पूर्व बीजेपी अध्यक्ष भी थे। उमर भाजपा की जिला युवा इकाई का सदस्य थे, जबकि उनके पिता बशीर शेख भाजपा के जिला उपाध्यक्ष रह चुके थे।
वसीम बारी की हत्या के बाद आतंकियों की तरफ से फरमान जारी किया गया था। जिसमें आतंकियों ने बीजेपी नेताओं को इस्तीफा देने के लिए कहा था। यह आतंकियों का खौफ ही था कि तब से अब तक करीब एक दर्जन बीजेपी नेता पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं। हालाँकि, ज्यादातर ने इस्तीफे के पीछे निजी कारणों का हवाला दिया है।
सुरक्षा बलों ने हमले के बाद आतंकवादियों का पीछा किया था और उनमें से दो को मार गिराया, जिनमें उत्तर कश्मीर में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का एक शीर्ष कमांडर सज्जाद हैदर भी शामिल है। अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य आतंकवादी को अभियान के दूसरे दिन मार गिराया गया। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल पर आतंकवादियों के पास से हथियार में गोलाबारूद सहित आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई।
सीआरपीएफ के एक नाका दल पर हमला होने के शीघ्र बाद लश्कर आतंकवादियों के खिलाफ यह अभियान शुरू किया गया। इस हमले में बल के दो जवान और जम्मू-कश्मीर के एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) बलिदान हो गए। अधिकारियों ने बताया कि तलाश अभियान जारी है।