नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों सरकार पर हमले करने के लिए अखबारों की रिपोर्टों का हवाला देने लगे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने आज पीएम-केयर्स फंड को लेकर सरकार पर हमला बोला। राहुल ने एक न्यूज आइटम को ट्वीट कर लिखा, ‘पीएमकेयर्स फॉर राइट टु इम्प्रोबिटी’… यानी प्रधानमंत्री बेईमानों के अधिकार की चिंता करते हैं। राहुल के इस हमले का भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने करारा जवाब दिया। नड्डा ने कहा कि आपका (राहुल गांधी) करियर पूरी तरह फर्जी खबरें फैलाने पर टिका हुआ है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आपके परिवार की संदिग्ध विरासत में पीएमएनआरएफ में स्थायी जगह हड़पना और फिर इसके पैसों को अपने पारिवारिक ट्रस्टों में भेजना शामिल है। आपने (राहुल गांधी) और आपकी मां (सोनिया गांधी) ने हमारे राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए चीन से पैसे लिए। क्या इससे भी नीचे कोई गिर सकता है..? देशवासियों को प्रधानमंत्री मोदी और उनके कार्यों पर पूरा यकीन है। पीएम केयर्स को मिले अपार जन समर्थन से इस भरोसे को मजबूती मिली है। ऐसे में जब पूरा देश कोरोना से जंग लड़ रहा है आप हारे हुए इंसान केवल फर्जी खबरें ही फैला सकते हैं।
दरअसल, राहुल गांधी ने पीएम केयर्स के मसले पर छपी एक खबर का हवाला देते हुए लिखा था कि प्रधानमंत्री बेईमानों के अधिकारों की परवाह करते हैं। राहुल ने जो खबर शेयर की है उसका शीर्षक है, प्रधानमंत्री कार्यालय ने पीएम केयर्स पर जानकारी के लिए दाखिल आरटीआई का जवाब देने से मना कर दिया है। लेकिन यहां पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल एक चूक कर बैठे। इसी खबर में लिखा हुआ है कि आरटीआइ कार्यकर्ता लोकेश बत्रा ने यह जानने के लिए RTI दाखिल की थी कि अप्रैल 2020 के बाद से पीएमकेयर्स को लेकर कितनी आरटीआइ दाखिल हुई हैं और कितनी रद या निस्तारित की गई हैं।
भाजपा ने राहुल की रिपोर्ट को ही पलटवार का हथियार बना लिया। राहुल ने अखबार की जिस खबर को टैग करते हुए इसे ‘बेइमानी का अधिकार’ टाइटल दिया था भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उसी तर्ज पर राहुल को ‘अयोग्यता का सरताज’ (Prince of Incompetence) बताया। नड्डा ने कहा कि खबर में पीएमकेयर्स के बारे में लगाई गई सभी आरटीआइ के बारे में जानकारी मांगी गई थी लेकिन अफवाह फैलाई जा रही है कि पीएमओ ने पीएमकेयर्स के बारे में जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया है।