भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने सोमवार को आइपीएल के आगामी सत्र के मुख्य प्रायोजक के लिए निविदाएं बुलाई। चीनी मोबाइल कंपनी वीवो की जगह आइपीएल के नए मुख्य प्रायोजक के साथ करार साढ़े चार महीने के लिए होगा और यह जरूरी नहीं कि सबसे ऊंची बोली लगाने वाले को ही अधिकार दिए जाएं।
UAE में इस साल सितंबर और नवंबर के बीच इंडियन प्रीमियर लीग का आयोजन होना है। इस टूर्नामेंट के टाइटिल प्रायोजक के लिए बीसीसीआइ ने निविदाएं मंगवाई है और इसकी जानकारी सोमवार को दी। कुछ दिन पहले ही विरोध की वजह से चीनी मोबाइल कंपनी ने प्रायोजक से नाम वापस लिया था और बीसीसीआई ने करार खत्म करने की घोषणा की थी।
आइपीएल 2020 इस बार जरा और ज्यादा देसी हो सकता है। उपभोक्ता सामान बनाने वाली भारत की ब़़डी कंपनी पतंजलि आयुर्वेद इस साल के मुख्य प्रायोजक की दौड़ में शामिल हो गई है। वीवो ने साल 2018–2022 तक के पांच साल के लिए 2190 करोड़ रपये में मुख्य प्रायोजक के अधिकार हासिल किए थे, यानी एक साल का करीब 440 करोड़ रुपये।