अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जाँच अब सीबीआई के पास पहुँच गई है। वहीं उनके लाखों फैंस और करीबी सुशांत के परिवार को न्याय दिलाने के लिए सोशल मीडिया पर #warriors4ssr के लगातार मुहिम छेड़े हुए हैं। सुशांत की मौत के पीछे किसी की संदिग्ध भूमिका की बात कही जा रही है।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत का केंद्र बिंदु बनने के साथ मीडिया संगठनों ने ट्रायल शुरू कर दिया है और वो स्वयं के आकलन के साथ सामने आ रहे हैं। जबकि कई लोग और मीडिया के कुछ वर्ग अभी भी सवाल उठा रहे हैं कि असल में हुआ क्या था और क्या अभिनेता की असामयिक मृत्यु ‘आत्महत्या’ थी, वहीं कई लुटियन पत्रकार हैं जो अब सामने आ रहे सबूतों पर लीपापोती करने में व्यस्त हैं।
शनिवार (अगस्त 8, 2020) को पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने लल्लनटॉप के शो में सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मुद्दे पर बोलते हुए मृतक अभिनेता के खिलाफ चौंकाने वाली घिनौनी टिप्पणी की, जिसमें दावा किया गया, “सुशांत वैसे भी कोई बड़े अभिनेता नहीं थे जिसके लिए मुंबई पुलिस को इतने दबाव में होना चाहिए।”
शो के दौरान एंकर सौरभ द्विवेदी ने राजदीप सरदेसाई से सुशांत सिंह मामले पर उनकी राय पूछी तो उन्होंने कहा, “लोगों ने पुलिस पर अपना भरोसा खो दिया है। सार्वजनिक संस्थानों, IPS अधिकारियों पर सवाल उठ रहे हैं, चाहे वह मुंबई हो या बिहार पुलिस। क्या वे वास्तव में निष्पक्ष जाँच कर रहे हैं? चलिए इसके बारे में बहुत ईमानदारी से बात करते हैं। सुशांत सिंह राजपूत इतने बड़े स्टार नहीं थे कि मुंबई पुलिस पर इतना दबाव डाला जाए।”
राजदीप सरदेसाई के बयान चौंकाने वाले थे। यदि कोई राजदीप द्वारा दिए गए तर्क पर गौर करे तो इसका मतलब होगा कि वह कह रहे है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जाँच कम ध्यान और समर्पण की हकदार है क्योंकि वह “वह बड़े स्टार” नहीं थे।
इसके अलावा, पहले भी सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जाँच को ‘सर्कस’ करार देते हुए, राजदीप सरदेसाई ने दावा किया कि यह मुद्दा अब मुंबई पुलिस और बिहार पुलिस के बीच एक दूसरी लड़ाई बन गई है। ‘वरिष्ठ पत्रकार’ ने आगे कहा कि व्यक्तिगत स्कोर तय करने के लिए कुछ लोगों के खिलाफ मीडिया ट्रायल चल रहा है।
बिहार डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय को जगह देने वाले मीडिया चैनलों पर विलाप करते हुए, राजदीप सरदेसाई ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पर यह कहते हुए हमला किया कि उन्होंने बिना किसी सबूत के निराधार आरोप लगाए हैं। जाँच को लेकर दोनों राज्यों के पुलिस के बीच हो रही असामंजस्य को देखते हुए राजदीप सरदेसाई का सोचना है कि केस ने राजनीतिक एंगल ले लिया है और दोनों राज्यों की पुलिस अपनी अपनी सरकार के साथ साइडिंग कर रहे हैं।
गौरतलब है कि भाजपा नेता नारायण राणे ने हाल ही में कहा था कि सुशांत सिंह ने आत्महत्या नहीं की थी, बल्कि उनकी हत्या हुई थी। उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत केस जुड़े कई सवालों को उठाया और मुंबई पुलिस पर आरोप लगाया कि आदित्य ठाकरे को बचाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस सबूत छुपाने की कोशिश कर रही है। इस मामले में कहीं न कहीं आदित्य ठाकरे भी शामिल हैं। मुंबई पुलिस आदित्य को बचाने के लिए ऐसा कर रही है। राजदीप सरदेसाई ने नारायण राणे पर हमला किया और उन्हें सबूत पेश करने की चुनौती दी।