मेजबान इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला जा रहा है। इसी मैच में एक ऐसा संयोग हुआ है कि पिता और पुत्र दोनों मैच का हिस्सा बन गए हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब पिता और पुत्र दोनों एक ही मैच का हिस्सा हैं, लेकिन दोनों की जिम्मेदारियां अलग हैं। जी हां ये सच है।
दरअसल, इंग्लैंड की टीम के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड अपनी टीम के लिए खेल रहे हैं, जबकि उनके पिता क्रिस ब्रॉड मैच रेफरी की भूमिका में हैं। इस तरह पिता और बेटा दोनों मैच का हिस्सा हैं। क्रिस ब्रॉड भी इंग्लैंड के लिए क्रिकेट खेल चुके हैं, लेकिन मौजूदा समय में वे मैच रेफरी की भूमिका हैं। बहुत कम बार ऐसा होता है जब अपने ही देश के किसी मैच रेफरी को मैच का हिस्सा बनाया जाए, लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए आइसीसी को ऐसा करना पड़ रहा है।
सुभाष और उनके बेटे चार बार एक मैच का हिस्सा बने थे, जिसमें तीन बार सुभाष मैदानी अंपायर थे, जबकि एक बार टीवी अंपायर के रूप में वे हितेश के मैच से जुड़े हुई थे। ठीक इसी तरह 1994 में जिंबाब्वे के पॉल स्ट्रांग के डेब्यू मैच में उनके पिता रोनाल्ड स्ट्रांग टीवी अंपायर थे। हालांकि, कभी भी मैच रेफरी और क्रिकेटर की भूमिका में पिता-पुत्र नजर नहीं आए हैं। ऐसे में क्रिस ब्रॉड और स्टुअर्ट ब्रॉड की जोड़ी सबसे न्यारी है।