लखनऊ। कानपुर गोलीकांड का मोस्ट वांटेड आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. यूपी पुलिस ने विकास दुबे की गिरफ्तारी मध्य प्रदेश के उज्जैन से की है. इसके बाद यूपी पुलिस पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए कि उत्तर प्रदेश की पुलिस विकास दुबे के गुर्गों के एनकाउंटर में उलझी रही और उधर वह मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में मिला.
दरअसल, सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर विकास दुबे फरीदाबाद से उज्जैन कैसे पहुंच गया. आखिर कौन विकास दुबे की मदद कर रहा था. बताया जा रहा है कि विकास दुबे ने महाकालेश्वर मंदिर की पर्ची कटाई और इसके बाद खुद ही सरेंडर कर दिया. फिलहाल, स्थानीय पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है. यूपी पुलिस ने भी विकास दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि की है.
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि अभी विकास दुबे मध्य प्रदेश पुलिस की कस्टडी में है. गिरफ्तारी कैसे हुई? इसके बारे कुछ भी कहना ठीक नहीं है. मंदिर के अंदर से या बाहर से गिरफ्तारी को लेकर कहना भी ठीक नहीं है. उसने क्रूरता की हदें शुरू से ही पार कर दी थी. वारदात होने के बारे से ही हमने पुलिस को अलर्ट पर रखा था.
विकास दुबे की तलाश के बीच उसके कई साथी पुलिस के शिकंजे में आ चुके थे. कुछ का तो एनकाउंटर भी हो गया है. प्रभात मिश्रा के अलावा गुरुवार को ही एक एनकाउंटर में रणबीर शुक्ला भी मारा गया, जिसने कार लूटी थी.
इससे पहले विकास दुबे का बॉडीगार्ड रहा, अमर दुबे भी एनकाउंटर में मारा जा चुका है. अब तक पुलिस ने करीब आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें विकास दुबे के करीबी, रिश्तेदार शामिल हैं.
इसके अलावा इटावा में भी पुलिस ने गैंगस्टर विकास दुबे के साथ बउआ दुबे उर्फ प्रवीन को ढेर कर दिया है. खास बात है कि एनकाउंटर के दौरान पुलिस को पता नहीं था कि बदमाश विकास दुबे का करीबी है. बाद में शिनाख्त होने पर पता चला कि यह कानपुर शूटआउट का एक आरोपी था और इस पर 50 हजार रुपये का इनाम था.