कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस पार्टी पर हमला करने वाला गैंगस्टर विकास दुबे अभी तक फरार है. यूपी एसटीएफ विकास को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. इस बीच विकास दुबे का एक और शातिर अंदाज सामने आया है. विकास ने घर के पीछे आधा किलोमीटर दूर नहर पर एक छोटा पुल बनवा रखा था. दस मिनट में वह पुल पारकर दूसरे जिले में पहुंच जाता था. मुठभेड़ की रात भी उसके इसी पुल से उसके फरार होने की संभावना है.
इस पुल को विकास ने अपनी जिला पंचायत सदस्य पत्नी ऋचा दुबे की विकास निधि से बनवाया था. डेढ़ मीटर चौड़े और पंद्रह मीटर लंबे इस पुल से विकास के रात में फरार होने की संभावना जताई जा रही है.
सबसे खास बात ये है कि लगभग पंद्रह मीटर लंबे इस पुल को पार करते ही विकास कानपुर जिले की सीमा से बाहर हो जाता था और वह कानपुर देहात जिले की सीमा में पहुंच जाता था. अब ये संभावना भी प्रबल हो गई कि 2 जुलाई को विकास पुलिस कर्मियों की हत्या करने के बाद गांव के पीछे से इसी पुल के रास्ते फरार हुआ था क्योंकि जंगल में बने इस पुल का ज्यादा किसी को पता नहीं था और उसके गांव के सामने वाले रोड पर कानपुर की पुलिस मोर्चा संभाल चुकी थी.
विकास दुबे के कई दोस्त उससे मिलने यहीं से आते थे
अब अगर पुलिस पर हमला करने वाली रात की परिस्थितियों पर गौर किया जाए तो साफ हो जाता है कि रात में फरार होने के लिए विकास ने अपने साथियों के साथ इसी पुल का रास्ता अपनाया होगा क्योंकि एक तो गांव के सामने वाले रास्ते पर पुलिस सूचना पाकर पहुंच चुकी थी.
दूसरा घर के सामने जेसीबी लगी होने से उसकी गाड़ियां घर से नहीं निकल सकती थीं. सामने से जाने पर पुलिस से टकराव भी हो सकता था ऐसे में इस पुल को पार करते ही वह कानपुर पुलिस की सीमा से बाहर हो गया था. दस मिनट में वह घर के पीछे से पुल पर पंहुच कर वहां अपने किसी समर्थक की गाड़ी से फरार हो गया होगा. पुल के दूसरी तरफ कानपुर देहात जिला लगता है और वहां की पुलिस मुठभेड़ में शामिल नहीं थी.