लखनऊ। कानपुर एनकाउंटर में शहीद CO देवेंद्र मिश्रा (Devendra Mishra) की बेटी वैष्णवी मिश्रा (Vaishnavi Mishra) ने कहा, मैं अपने पिता के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दूंगी. देवेंद्र मिश्रा की बेटी ने कहा, मैं मेडिकल परीक्षा की तैयारी कर रही हूं. लेकिन अब मैं पुलिस ऑफिसर बनना चाहती हूं. और पुलिस ऑफिसर बनकर मैं अपने पिता की तरह इस देश की सेवा करना चाहती हूं. आपकों बता दें कि विकास दुबे ने गुरुवार देर रात चौबेपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी. जिसमें से एक थे CO देवेंद्र मिश्रा.
आपको बता दें कि कानपुर (kanpur) के चौबेपुर में आठ पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारने वाले (Kanpur Encounter) कुख्यात अपराधी विकास दुबे (Vikas Dubey) तीन दिन के बाद भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है. यूपी की राजनीति में विकास का रसूख विभिन्न राजनीतिक पार्टियों और नेताओं की ओर से उसे मिले संरक्षण को दर्शाता है. बीजेपी, बीएसपी और सपा जैसे प्रमुख दलों का प्रश्रय उसे हासिल था. विकास के खिलाफ 60 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं, ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि इतने अधिक मुकदमे होने के बाद भी वह जेल के सींखचों से बाहर कैसे रहा?
उसका इतना दुस्साहस और आतंक इस कदर था कि उसने कानपुर के एक थाने के अंदर एक दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री को उस वक्त गोलियों से भून दिया था. इस बीच, थाना चौबेपुर घटना की प्रथम दृष्टता जांच में ड्यूटी में लापरवाही की बात सामने आई है. ड्यूटी में लापरवाही किये जाने के कारण थाना चौबेपुर पर नियुक्त उपनिरीक्षक कुँवर पाल और कृष्ण कुमार शर्मा और आरक्षक राजीव को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की ओर से निलंबित किया गया है.
गौरतलब है कि पुलिस ने विकास के एक साथी दया शंकर अग्निहोत्री को पुलिस ने कल्याणपुर में गिरफ्तार किया है. समाचार एजेंसी एएनआई ने यह जानकारी दी. एजेंसी के मुताबिक, अग्निहोत्री को शविवार रात हुए एनकाउंटर के बाद अरेस्ट किया गया है. बता दें कि गुरुवार देर रात चौबेपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले विकास दुबे को पकड़ने के लिए पुलिस की 25 से ज्यादा टीमें काम कर रही हैं. पुलिस दल उत्तर प्रदेश के साथ-साथ अन्य राज्यों में विकास को खोजने में लगी है लेकिन वह अभी तक गिरफ्त से बाहर है. विकास की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने प्रमुख स्थानों जैसे टोल प्लाजा आदि पर पोस्टर लगाए हैं.