फ़िल्म सड़क-2 की रिलीज डेट आने के बाद सोशल मीडिया में फिल्म डायरेक्टर महेश भट्ट का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वह भगोड़े इस्लामी प्रचारक जाकिर नाइक के साथ हैं और उसकी शान में कसीदे पढ़ रहे हैं।
वीडियो तब का है कि जब 2010 में इंग्लैंड ने जाकिर को अपने देश में एंट्री देने से इनकार कर दिया था। जाकिर नाइक पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है। इसके अलावा नफरत फैलाने और आतंकी गतिविधियों में शामिल रहने जैसे संगीन आरोप भी हैं।
ऐसे में ज़ाकिर के लिए महेश भट्ट द्वारा की गई चाटुकारिता लोगों को रास नहीं आ रही है। वायरल हो रहे वीडियो को देख कर लोग सोशल मीडिया में भट्ट को खूब खरी-खोटी सुना रहे हैं।
ज़ाकिर नायक की तारीफ करते हुए महेश भट्ट ने कहा था, “मैं शुरुआत में डॉ. ज़ाकिर नाइक को शक्तिशाली ब्रिटिश साम्राज्य का सामना करने के लिए उनकी हिम्मत को सलाम करता हूँ। मैं उनके साहस को सलाम करता हूँ, जो उनके इमान से आता है। अगर उनके दिल में कुछ गलत होता, तो वह इन गुंडों के साथ लड़ने का जोखिम नहीं उठाते। दुनिया जानकारी नहीं सिर्फ मनोरंजन चाहती है। हम भारतीयों के लिए हमारे भाई (ज़ाकिर नाइक) राष्ट्रीय गौरव हैं, इसके साथ ही एक बेशकीमती खजाना भी।”
भट्ट ने ज़ाकिर की वकालत करते हुए अमेरिका व यूके सहित अन्य पश्चिमी देशों के विरुद्ध प्रपंच फैलाना शुरू कर दिया और जान-बूझकर इसकी तुलना गलत तरीके से पर्शियन वॉर से की थी। उनका कहना था कि नाइक को यूके में उपदेश देने की अनुमति होनी चाहिए। उन्होंने कहा- “वो डॉक्टर नाइक को हिंसा फैलाने वाला बताते हैं लेकिन इतिहास जानता है कि हिंसक कौन है।”
उन्होंने आगे लोगों से यह भी पूछा कि क्या वे उन लोगों पर विश्वास करते हैं, जो सिर्फ झूठ बोलते हैं और पैसो के बल पर समाचार पत्र, न्यूज़ चैनल को खरीद लेते हैं ताकि डॉ. नाइक जैसे व्यक्ति को सजा दी जा सके। इसके साथ भट्ट ने उस समय की भारत सरकार से भी आग्रह किया था कि वो जाकिर नाइक को न्याय दिलाए और उसके साथ खड़े हो।
बता दें महेश भट्ट को जाकिर नाइक के पीस टीवी पर अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था। जिसपर हाल ही में मुसलमानों के एक समूह को संबोधित करने के लिए नफ़रत भरे भाषा के प्रसारण के लिए £ 300,000 (लगभग 2.75 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया गया था। उसी प्रोग्राम में जब एक शख्श ने महेश भट्ट से पूछा कि क्या वो (नफ़रत फ़ैलाने वाले ) ज़ाकिर नाइक को अपने किसी फिल्म में कास्ट करेंगे? इस पर भट्ट ने कहा,”ज़ाकिर साहेब की जिंदगी अपने आप में एक कमाल की कहानी है। जोकि अपने में एक फीचर फिल्म है। अब मैं ये नहीं जानता की ज़ाकिर नाइक उसमें हीरो का रोल करना चाहते हैं या नहीं। बाकि उनका रोल निभाने के लिए किसी को ढूंढ लेंगे। बस शर्त ये है कि वो इस चीज़ की हमें परमिशन दे दें। आप उनका परमिशन ले आइए, हम जरूर उनकी जिंदगी पर एक फिल्म बना सकते हैं।”
पिछले साल भारत में राष्ट्रीय जाँच एजेंसी ने एक चौकाने वाला खुलासा किया था। सुरक्षा एजेंसियों ने आईएसआईएस से संदिग्ध तौर पर जुड़े होने की वजह से 127 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें से ज्यादातर विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के भाषणों से प्रेरित थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, राष्ट्रीय जाँच एजेंसी के निदेशक वाईसी मोदी ने आतंकवाद विरोधी टीमों के एक कांफ्रेंस में कहा था कि आतंकवादी और उनके हमदर्द जो आईएसआईएस में शामिल हो गए थे, वे सभी जाकिर नाइक द्वारा दिए गए भाषणों से प्रेरित थे।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया था कि बांग्लादेश स्थित आतंकवादी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) ने केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में अपने आतंकी गतिविधियों को बढ़ाया है।
उल्लेखनीय है कि मुंबई हमले के एक मामले में आरोपी डेविड कोलमैन हेडली को कथित तौर पर महेश भट्ट के बेटे राहुल भट्ट का करीबी पाया गया था। रिपोर्टों के अनुसार, 2008 में घातक मुंबई हमले से एक दिन पहले हेडली ने भट्ट को हमले वाले दिन यानी 26 नवंबर, 2008 को दक्षिण मुंबई नहीं जाने के लिए आगाह किया था।