संयुक्त राज्य अमेरिका के मिनिपोलिस में 46 वर्षीय अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की एक पुलिस अधिकारी के हाथों दुर्भाग्यपूर्ण हत्या के बाद भड़के दंगे और हिंसा अब भी जारी हैं। कुछ आईएसआईएस समर्थक और उससे सहानुभूति रखने वाले ऑनलाइन अराजक तत्व भी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसने देश भर के सैकड़ों शहरों को अपना शिकार बना लिया है।
द सन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार टेलीग्राम चैट एप पर बिना नाम का एक आईएसआईएस समर्थक संयुक्त राज्य अमेरिका में कई जगहों पर हो रहे हिंसक प्रदर्शनों को लेकर खुशी जाहिर करने से खुद को रोक नहीं पाया।
बता दें कि इन विरोध प्रदर्शनों की वजह से अमेरिका में कानून-व्यवस्था चरमरा गई है, ध्वस्त हो गई। ISIS समर्थक इसे ‘मुसलामनों के साथ किए जा रहे सलूक के लिए ईश्वरीय सहायता’ बताया है।
आईएसआईएस समर्थकों में से एक ने संयुक्त राज्य अमेरिका में मुसलमानों के बंदूक रखने को आत्मरक्षा का हवाला देते हुए कहा कि वो अपने साथ हथियार इसलिए रखते हैं, क्योंकि आगे उन्हें निशाना बनाया जा सकता है।
एक अन्य ISIS समर्थक ने लिखा, “उन्होंने सोमालिया, अफगानिस्तान, यमन, इराक, सीरिया और फिलिस्तीन में मुसलमानों के साथ जो किया, अल्लाह उन्हें उसका मजा चखा रहा है। वहाँ के सभी मुसलमानों को हर बुराई से बचाए।”
टेलीग्राम ऐप अज्ञात ISIS समर्थकों से भरा हुआ है, जो गैर-मुस्लिमों के खिलाफ नफरत फैलाकर अशांति कायम कर रहा है। इसी तरह के एक और मैसेज में अमेरिका में हो रहे हालिया उथल पुथल पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि काफिरों के साथ जो रहा है, उसके लिए वो काफी खुश है। ISIS समर्थक ने लिखा कि ऐसा उन लोगों के साथ हो रहा है, जो मुसलमानों और अल्लाह के मजहब पर हमला करते हैं।
ISIS के एक समर्थक ने अमेरिका में हिंसा की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, “हे अल्लाह, उन्हें ऐसे जलाओ जैसे उन्होंने मुसलमानों की ज़मीन को जलाया।”
बता दें कि पिछले दिनों 46 वर्षीय अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मिनिपोलिस में पुलिस अधिकारी के हाथों मौत हो गई। कथित तौर मिनिपोलिस में पुलिस अधिकारी ने फ्लॉयड की गर्दन पर लगभग 9 मिनट तक अपना घुटना रखा। जॉर्ज फ्लॉयड इस दौरान घुटना हटाने की गुहार लगाता रहा। उसने यह भी कहा कि वह साँस नहीं ले पा रहा है। लेकिन पुलिस अधिकारी नहीं पिघला और फ्लॉयड की मौत हो गई। इसके बाद लोगों का गुस्सा पुलिस के प्रति भड़क गया और हिंसक रुप ले लिया।
शनिवार को यह विरोध प्रदर्शन पूरे देश में फैल गया। जिसके कारण कई शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया। फिलाडेल्फिया में प्रदर्शनकारियों ने मियामी में राजमार्ग यातायात को बंद करने के दौरान एक मूर्ति को गिराने की कोशिश भी की।
दंगे को दौरान ‘ला इलाहा इल्लल्लाह’ के नारे भी लगाए गए। इसका एक वीडियो भी सामने आया था। जिसमें देखा जा सकता है कि दंगाई लगातार इस्लामिक नारे लगा रहे हैं। वे ‘ला इलाहा इल्लल्लाह’ के साथ ही ‘अल्लाहु अकबर’ के नारे लगाते हुए देखे और सुने जा सकते हैं।
वहीं दूसरे वीडियो में आप देख सकते हैं कि सैकड़ों की संख्या में सड़क पर प्रदर्शनकारी जमा हैं। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को अर्धनग्न अवस्था में देखा जा सकता है, जिनमें महिलाएँ भी शामिल हैं।
गौरतलब है कि विवादित पत्रकार और मी टू के आरोपित विनोद दुआ ने सोमवार (जून 1, 2020) को अपने डेली शो में भारतीयों को उसी तरह से हिंसा और दंगा करने के लिए उकसाया, जैसा कि फिलहाल अमेरिका में हो रहा है। उन्होंने कहा था कि भारतीय अपने अधिकार से अनजान हैं।