चंडीगढ़। पंजाब के फायर ब्रांड नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर राज्य की सियासत गर्मा गई है। चर्चाएं है कि कांग्रेस नेता सिद्धू आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। कयासबाजी चल चल रही है कि सिद्धू की दिल्ली के मुख्यमंत्री व आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल से बातचीत चल रही है। सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की कैबिनेट से पिछले साल इस्तीफा दिया था और इसके बाद से वह राजनीति में सक्रिय नजर नहीं आ रहे हैं। वह सोशल मीडिया के जरिए ही अपनी बात रखने रहे हैं। उनके एक बार आम आदमी पार्टी में शामिल होने से कांग्रेस में भी बेचैनी है। हालांकि, इन चर्चाओं पर टिप्पणी करने के लिए उनसे संपर्क नहीं हो सका।
पंजाब की राजनीति गर्माई, नवजोत का कोई बयान सामने नहीं आया
नवजोत सिंह सिद्धू के आम आदमी पार्टी में शामिल होने की खबरें इसलिए जोर पकड़ रही हैं, क्योंकि बताया जाता है कि इस बार उनके और आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के बीच प्रसिद्ध रणनीतिकार प्रशांत किशोर बात करवा रहे हैं। प्रशांत किशोर और सिद्धू की आपस में बात होने को लेकर चर्चा जोरों पर है। बताया जाता है कि सिद्धू आम आदमी पार्टी में शामिल होने से पहले अपनी भूमिका के बारे में सब कुछ स्पष्ट करना चाहते हैं। इस बारे में उन्होंने प्रशांत किशोर को साफ भी कर दिया है।
दरअसल सिद्धू ऐसा इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि जब 2017 के विधानसभा चुनाव से पूर्व उनके आम आदमी पार्टी में शामिल होने की मीटिंग चल रही थी, तो आम आम आदमी पार्टी ने उन्हें केवल प्रचारक के तौर पर शामिल होने को कहा था। उनकी पत्नी को विधानसभा की टिकट का प्रस्ताव पेश किया। सिद्धू ने इसे ठुकरा दिया और वह कांग्रेस में शामिल हो गए। जहां वह कैबिनेट मंत्री बने, लेकिन कैप्टन अमङ्क्षरदर सिंह के साथ पटरी न बैठने के चलते दो साल में हाशिए पर चले गए।
कांग्रेस भी कर रही पीके को वापस लाने की कोशिश
पता चला है कि प्रशांत किशोर, जिन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए रणनीति तैयार की थी, उनको फिर से 2022 के लिए लाने के लिए उनसे संपर्क किया गया है। यहां तक कि मुख्यमंत्री के पॉलिटिकल सेक्रेटरी कैप्टन संदीप संधू ने भी सभी विधायकों को फोन किया कि वह प्रशांत किशोर को लेने के लिए दबाव बनाएं।
सिद्धू ने सोनिया की अपील पर भी नहीं डाली कोई पोस्ट
राजनीतिक हलकों में इस बात को लेकर भी चर्चा है कि नवजोत सिंह सिद्धू की पंजाब सरकार में कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ टकराव है, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि उन्होंने सोनिया गांधी की अपील को भी दरकिनार किया। पिछले हफ्ते सभी कांग्रेसियों से सोशल मीडिया पर मजदूरों के खातों में दस-दस हजार रुपये डालने की अपील करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दबाव बनाना था। सभी ने ऐसा किया भी, लेकिन अकसर सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले सिद्धू ने ऐसा नहीं किया।
इससे इस बात को भी बल मिला कि वह उन पार्टी नेताओं से भी दूरी बना रहे हैं, जिनके साथ उनका गहरा रिश्ता है। आज जब उनके आम आदमी पार्टी में शामिल होने वाली खबरें जोर पकड़ रही हैं, तो उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल ‘जीतेगा पंजाब’ पर एक वीडियो डाला। इसमें उन्होंने कोई कमेंट नहीं किया, लेकिन अपने सियासी जीवन और उनसे जुड़ी घटनाओं के वीडियो जरूर डाले। इस वीडियो के अंत में सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी के साथ अपनी फोटो को भी शेयर किया।