कोरोना संकट काल में छत्तीसगढ़ से बुरी खबर आ रही है । राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का निधन हो गया है । जोगी 74 साल के थे । उन्हें आर्ट अटैक आने के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया था । अजीत जोगी के निधन की खबर उनके बेटे अमित जोगी ने सोशल मीडिया पर दी । उन्होने ट्वीट कर बताया कि अजीत जोगी दुनिया को छोड़कर चले गए हैं ।
अमित जोगी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि उनका अंतिम संस्कार उनकी जन्मभूमि गौरेला में कल यानी कि शनिवार को होगा। अमित ने ट्वीट में लिखा – 20 वर्षीय युवा छत्तीसगढ़ राज्य के सिर से आज उसके पिता का साया उठ गया। केवल मैंने ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ ने नेता नहीं,अपना पिता खोया है।माननीय अजीत जोगी जी ढाई करोड़ लोगों के अपने परिवार को छोड़ कर,ईश्वर के पास चले गए।गांव-गरीब का सहारा,छत्तीसगढ़ का दुलारा,हमसे बहुत दूर चला गया।
अजीत जोगी का रायपुर के अस्पताल में पिछले 21 दिनों से इलाज चल रहा था। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को भी उन्हें एक कार्डियक अरेस्ट आया था, इसके बाद डॉक्टरों के लिए उनकी हालत संभालना मुश्किल हो गया । राजधानी रायपुर के नारायण हॉस्पिटल में ही अजीत जोगी ने अंतिम सांस लीl अस्पताल के डायरेक्टर डॉ सुनील खेमका और डॉ पंकज ओमर के नेतृत्व में एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम पिछले 24 घंटे से उनके स्वास्थ्य की निगरानी में जुटी थी।
अजीत जोगी को 9 मई को हार्ट अटैक के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था । पूर्व मुख्यमंत्री के स्टाफ की ओर से मिली जानकारी के अनुसार 9 मई को सुबह नाश्ता करने के बाद उनके सीने में अचानक दर्द होने लगा था, सांस लेने में दर्द महसूस हुआ तो पत्नी रेणु जोगी भी परेशान हो गईं । जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया । अजीत जोगी की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था । पिता की खराब तबियत की खबर मिलने के बाद अमित जोगी भी बिलासपुर पहुंच गए थे।
राजनीतिक करियर
अलग छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद अजीत जोगी ही पहले मुख्यमंत्री बने । अपने अंतिम संमय से पहले उन्होने छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस पार्टी का दामन थामा, वो इस पार्टी के संस्थापक थे । इससे पहले लंबे समय तक जोगी कांग्रेस में रहे । आईएएस की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए जोगी ने विधानसभा से लेकर लोकसभा, राज्यसभा और केंद्रीय कैबिनेट के सदस्य के रूप में भी जिममदारी का निर्वहन किया । छत्तीसगढ़ आज शोक में है ।