कॉन्ग्रेस नेता अलका लाम्बा ने जो वीडियो शेयर किया है, वो अप्रैल 2018 में ही यूट्यब पर अपलोड किया गया था। उसमें वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ पर आरोप लगा रही हैं कि इन दोनों के राज में बेटियों का बलात्कार हो रहा है। उन्होंने कहा था कि ये दोनों नेता सत्ता के गुरुर में इतना आगे बढ़ गए हैं कि ये सोचते हैं उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। उन्होंने सीएम योगी से कहा कि अगर उनकी शादी हुई होती तो वो शायद महिलाओं का सम्मान करना सीख जाते।
इसके अलावा अलका लाम्बा ने एक और ख़बर का लिंक ट्विटर पर शेयर किया, जिसमें उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के लिए अपशब्द कहे थे। दरअसल, ये दिसंबर 2019 की न्यूज़ है, जब स्मृति ईरानी ने राहुल गाँधी के ‘रेप इन इंडिया’ के बयान की आलोचना करते हुए उन्हें देश की जनता से माफ़ी माँगने को कहा था। ख़बर के अनुसार, लाम्बा ने इसका जवाब देते हुए कहा था:
यहाँ भी इसका “सास-बहू” का नाटक चालू है। संसद भी इसको थिएटर लगता है। डायलॉग बाज़ी कर, थोड़ा रोना धोना कर, यह सोचती है कि एक मंत्री के तौर पर अपनी जिम्मेदारियों और जवाबदेही से यह बच निकलेंगी। निहाल चंद, चिन्मयानंद, नित्यानंद, सेंगर पर चुप्पी रखने वाली दोगली महिला, शर्म करो।
इस तरह की शब्दावली का प्रयोग करना और फिर उसे बार-बार शेयर करने से आक्रोशित लोगों ने ‘अरेस्ट अलका लाम्बा’ नाम से ट्विटर ट्रेंड चलाया। ख़बर लिखे जाने तक ये ट्रेंड पूरे भारत का नंबर एक ट्रेंड बन गया था। लोगों ने पीएम मोदी और सीएम योगी के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के लिए कॉन्ग्रेस नेता अलका लाम्बा द्वारा प्रयोग किए गए शब्दों को ओछा करार देते हुए उनकी गिरफ़्तारी की माँग की।
इससे पहले लाम्बा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए ‘ढोंगी’ शब्द का प्रयोग करते हुए फेक न्यूज़ फैलाया था कि कुलदीप सेंगर को हाईकोर्ट ने जमानत दे दी है क्योंकि जज को भी अपनी जान बचानी है। सेंगर की बेटी ऐश्वर्या ने अपनी अलका लाम्बा के खिलाफ पुलिस को दी गई शिकायत में आरोप लगाया कि हाईकोर्ट में उनके पिता की अपील पर 1 जून को सुनवाई होगी लेकिन उससे पहले ही जानबूझ कर भ्रम फैलाया जा रहा है।
इससे पहले कॉन्ग्रेस नेता अलका लाम्बा ने कहा था कि अगर कॉन्ग्रेस ने 2002 में ही ‘दोनों को नाप दिया होता’ तो आज भारत को ये दिन नहीं देखने पड़ते। लोगों ने कहा था कि वो पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बात कर रही हैं। बता दें कि 2002 की बात कर वे गुजरात दंगों का जिक्र कर रही थीं।