लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘कोरोना संक्रमण काल : सजगता से सफलता’ विषय पर राज्य में कोरोना और लॉकडाउन की स्थिति पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पत्रकारों से बात की। सीएम योगी ने कहा कि एक सप्ताह में कोरोना के कारण उपजी स्थिति को नियंत्रण में ले लेंगे। मई माह तक इस स्थिति में और सुधार आ जाएगी। आज हम पूरे देश में बेहतक स्थिति में हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को पत्रकारों से बतचीत के दौरान कहा कि कोरोना का संकट पूरी दुनिया में था, लेकिन भारत के सामने चुनौती बड़ी थी। समय से और सही फैसलों के कारण आज हमारी स्थिति काफी सुरक्षित है। यह देश के सक्षम नेत्रत्व के कारण संभव हो सका है। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी कामगारों व श्रमिकों की हम स्क्रीनिंग और स्किलिंग दोनों कर रहे हैं। जो प्रवासी कामगार व श्रमिक आए हैं उनको स्वास्थ्य के साथ रोजगार देना हमारी प्राथमिता है। प्रत्येक कामगार व श्रमिक को राशन किट, राशन कार्ड और होम क्वारंटाइन के दौरान एक हजार रुपये का भरण-पोषण भत्ता भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि अपने खून पसीने से महाराष्ट्र को सींचने वाले कामगारों को शिवसेना और कांग्रेस की सरकार से सिर्फ छलावा ही मिला। लॉकडाउन में उनसें धोखा किया, उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया और घर जाने को मजबूर किया। इस अमानवीय व्यवहार के लिए मानवता मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को कभी माफ नहीं करेगी। सीएम योगी ने कहा कि अपने घर पहुंच रहे सभी बहनों और भाइयों का प्रदेश में पूरा ख्याल रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि अपनी कर्मभूमि को छोड़ने के लिए मजबूर करने के बाद उनकी चिंता का नाटक मत कीजिए। सभी श्रमिक कामगार बंधु आश्वस्त हैं कि अब उनकी जन्मभूमि उनका हमेशा ख्याल रखेगी, शिवसेना और कांग्रेस आश्वस्त रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हमारे लिए राम भी महत्वपूर्ण है और रोटी भी महत्वपूर्ण है। राज्य सरकार ने इस कार्य को बखूबी निभाया है। जिन लोगों ने राम को भुलाया है, उनकी दशा आज सभी देख रहे हैं। प्रदेश के लोग लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं। प्रदेश में कोरोनाकाल में कोई कमी नहीं होने नहीं दी गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपील की कि सभी मुस्लिम भाई स्वयं को कोरोना संक्रमण से बचाते हुए घर पर ही ईद मनाएं। कोरोना संक्रमण के कारण ईद पर कोई समारोह आयोजित न किया जाए। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के प्रयासों से प्रदेश में अब तक 23 लाख से अधिक कामगारों व श्रमिकों को सुरक्षित वापस लाया गया है। हमारा संकल्प है कि सभी कामगारों व श्रमिकों को सुरक्षित व सम्मानजनक ढंग से वापस लाएंगे। कामगारों व श्रमिकों के सेवायोजन एवं रोजगार के लिए प्रदेश सरकार एक आयोग का गठन करेगी।