नई दिल्ली। लद्दाख में तीन लोकेशन पर चीन के साथ तनातनी के बीच आर्मी चीफ एमएम नरवणे ने लेह का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने शीर्ष अधिकारियों के साथ मुलाकात की और वहां के हालात का जायजा लिया. सूत्रों ने बताया है कि आर्मी चीफ ने लेह स्थित 14 सैन्यदलों के मुख्यालय का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने उत्तरी कमांड के मुख्य अधिकारियों के साथ चर्चा की और जाना कि ताजा हालात कैसे हैं.
जाहिर है भारत और चीन के बीच सीमा पर एक बार फिर तनाव उभर गया है. सेना प्रमुख के दौरे से पहले दोनों देशों के बीच सैन्य अधिकारियों के स्तर पर बातचीत शुरू हुई थी. लद्दाख सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास भारत और चीन के फील्ड कमांडरों के बीच उत्तरी लद्दाख में गालवान नाला क्षेत्र में जारी गतिरोध को हल करने के लिए बातचीत चल रही है.
शीर्ष सरकारी सूत्रों ने कहा कि चीन भले ही क्षेत्र में भारतीय निर्माण गतिविधियों पर आपत्ति जता रहा हो, लेकिन हाल ही में उनके हेलिकॉप्टर भारतीय गश्त बिंदु पर आए थे.
सीमा के करीब चीन ने बनाई कई सड़क
सूत्र ने कहा, ‘हमारे उपग्रह की निगरानी और खुफिया जानकारी से पता चला है कि चीन ने गालवान नदी के पास भारतीय गश्त बिंदु के पास सैनिकों के लाने-ले जाने और सामानों की सप्लाई के लिए क्षेत्र में कई सड़कों का निर्माण किया है. यह गालवान नदी श्योक नदी की सहायक नदी है.’
2 हफ्ते से तनाव बरकरार
गालवान नाला क्षेत्र में निर्माण गतिविधियों को लेकर दोनों पक्षों के बीच पिछले दो सप्ताह से लगातार तनाव बना हुआ है. सूत्रों ने बताया कि चीनी बुनियादी ढांचे के विकास के बाद भारत की ओर से LAC के किनारे सीमा सड़क संगठन (BRO) का उपयोग करते हुए सड़कों का नेटवर्क भी बनाया गया.
भले ही चीनी हेलिकॉप्टर्स गालवान नाला क्षेत्र में भारतीय गश्त लाइन के करीब उड़ान भर रहे हों, लेकिन वे क्षेत्र में भारतीय उड़ान गतिविधियों पर आपत्ति उठाते रहे हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा डोमेन में शीर्ष स्तर के अधिकारियों की ओर से स्थिति पर बारीकी से निगरानी रखी जा रही है और तनाव की स्थिति को कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं.