देश के अलग-अलग हिस्सों से प्रवासी मजदूरों का बिहार आने का सिलसिला लगातार जारी है, हर दिन हजारों की संख्या में लोग बिहार लौट रहे हैं, एक तरफ जहां प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है, वहीं ये संख्या उस सच को भी उजागर कर रही है, जिससे दशकों तक बिहार के सियासी दलों ने एक तरह से मुंह छुपाये रखा, दरअसल बिहार और पलायन एक कड़वी हकीकत है, इस प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या रोजगार है, जिसकी तलाश में लाखों लोग हर साल बिहार से बाहर का रुख करते हैं, ताकि दो समय भरपेट भोजन कर सकें।
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) May 21, 2020
राबड़ी देवी ने पोस्ट किया वीडियो
बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने बिहार सरकार पर तंज कसा है, उन्होने ट्विटर पर एक फिल्म का वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें मजदूरों की बदहाली दिखाई गई है, फिल्म भोर का ये गाना शेयर करते हुए राबड़ी देवी ने एक भी शब्द नहीं लिखा है, लेकिन वो जो कहना चाहती हैं, बखूबी उसे दिखाने की कोशिश की है, इस वीडियो में बिहार के प्रवासी मजदूरों और किसानों की व्यथा को दिखाने की कोशिश की गई है।
पलायन का दर्द
इस वीडियो के जरिये पलायन का दर्द दिखाया जा रहा है, भूख से तड़पती हकीकत और किसानों की व्यथा, जिसमें किसान और मजदूर अन्न उपजाता है, लेकिन उसके घर में अनाज का एक दाना भी नहीं होता है, जाहिर है कि राबड़ी देवी के इस ट्वीट से बिहार में सियासी पारा चढ गया है।
जदयू प्रवक्ता का हमला
लालू-राबड़ी शासन काल पर सीधा हमला बोलते हुए जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि पलायन और बिहार में फैक्ट्री नहीं लगने के लिये सीधे जिम्मेदार कांग्रेस और राजद हैं, 1950 के दशक से कांग्रेस की नीतियों की वजह से पलायन की समस्या बनी हुई है, 1992 में कांग्रेस ने नियम बदले तब तक लालू की सरकार आ गई, बचे खुचे लोग लालू सरकार में बिहार से पलायित हो गये ।
राजद का पलटवार
जदयू के हमले के बाद राजद ने भी पलटवार किया है, राजद नेता विजय प्रकाश ने एनडीए शासनकाल पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार सरकार जालिम और बेदर्द है, अपनी नाकामियों को राजद और कांग्रेस के मत्थे थोप रही है, हमने जनता के उम्मीदों को पूरा नहीं किया, तो हमें हटा दिया गया, पिछले 15 सालों में एनडीए ने क्या काम किया है, वो बताएं, एनडीए सरकार पूरी तरह से फेल है।