नई दिल्ली। हालिया रिपोर्ट्स की मानें तो पाकिस्तान ने लॉन्च पैड्स को फिर से सक्रिय कर दिया है और आतंकवादियों को भारत भेजा है. ऐसे में आतंकवादियों की घुसपैठ रोकने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने शनिवार को सुरक्षा एजेंसियों से जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर घुसपैठ रोधी ग्रिड को और मजबूत करने के लिए कहा है. एक उच्च-स्तरीय सुरक्षा बैठक में, एनएसए डोभाल ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ अभियान की समीक्षा की, जिसमें आतंकी सरगना और हिज्ब-उल-मुजाहिदीन कमांडर रियाज नायकू को एक सफल ऑपरेशन के दौरान मार गिराया गया था. नायकू और उसका सहयोगी 6 मई को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतीपोरा के बेघपोरा गांव में एक मुठभेड़ में मारे गए थे.
खुफिया सूचनाओं के अनुसार, जैश-ए-मोहम्मद के 25-30 आतंकवादी वर्तमान में कश्मीर घाटी में मौजूद हैं जो सुरक्षा बलों पर आतंकवादी हमलों को अंजाम दे सकते हैं. सूत्रों से पता चला है कि, जैश 11 मई को घाटी में सुरक्षा बलों पर ‘फिदायीन’ हमला करने की साजिश कर रहा है. हाल ही में जैश कमांडर अब्दुल रऊफ असगर और पाकिस्तान के आईएसआई के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच एक बैठक हुई थी, जिसमें रऊफ को आत्मघाती हमले की तैयारी के बारे में बताया गया था.
सुरक्षा एजेंसियों की एक रिपोर्ट के अनुसार, एलओसी के पास के लॉन्चिंग पैड पर लश्कर-ए-तैयबा (LeT), हिजबुल मुजाहिदीन (HM) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के करीब 450 आतंकवादियों की उपस्थिति देखी गई है. खुफिया एजेंसियों ने जानकारी दी है कि ये सक्रिय लॉन्च पैड नियंत्रण रेखा से सटे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के पास दुधनियाल, शारदा और एथकम में हैं.
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, मार्च तक इन लॉन्चिंग पैड पर आतंकवादियों की संख्या 230 के करीब थी, जो अब लगभग दोगुनी हो चुकी है. इस समूह में लगभग 350 पाकिस्तानी आतंकवादी हैं और उनमें से ज्यादातर लश्कर और जैश से हैं.
सुरक्षा एजेंसी से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, ‘लॉन्चिंग पैड पर आतंकवादियों के बारे में हमारे पास ठोस जानकारी है. आतंकवादी कई समूहों में 20 से ज्यादा लॉन्चिंग पैड्स पर इकट्ठा हुए हैं और पाकिस्तानी सेना उन्हें भारत पहुंचाने के लिए बार-बार सीज़फायर का उल्लंघन कर रही है.’
NSA डोभाल ने सेना के शीर्ष कमांडरों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों के साथ बैठक की, जिसमें एजेंसियों ने पश्चिमी मोर्चे पर पाकिस्तान वायु सेना की बढ़ती गतिविधियों के बारे में चिंता व्यक्त की, जो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के इस दावे के बाद शुरू हो गईं जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत मौजूदा तनाव का इस्तेमाल करके घुसपैठ के जवाब के बहाने पाकिस्तान के खिलाफ फर्जी आरोपों का अभियान शुरू कर सकता है.
बैठक में भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने, रॉ प्रमुख सामंत गोयल, उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी, सेना के श्रीनगर मुख्यालय के जनरल ऑफिसर कमांडिंग 15 कोर (GoC) लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू और नगरोटा के 16 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हर्ष गुप्ता और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह शामिल थे.