लखनऊ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि कोरोना संक्रमण फैलाने में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में भाग लेने वालों का हाथ है, उन्होने ये भी कहा कि तबलीगी जमात के लोगों ने संक्रामक बीमारी छिपाने का अपराध किया है, इसके लिये उनके खिलाफ कार्रवाई होगी, सीएम ने एक निजी न्यूज चैनल के कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि तबलीगी जमात का कार्य सचमुच बहुत अशोभनीय रहा है, बीमार होना एक अलग बात है, ये अपराध नहीं है, लेकिन बीमार होने के बाद ऐसी बीमारी को छिपाना अपने आप में एक अपराध है, जो संक्रामक हो, ये अपराध तबलीगी जमात से जुड़े लोगों ने किया है।
सीएम योगी ने कहा कि कोरोना से लड़ने में मीडिया ने अहम भूमिका निभाई है। इस वैश्विक महामारी के खिलाफ पूरे देश को एकजुट होकर लड़ना होगा। हम दुनिया के कई देशों के मुकाबले बेहतर स्थिति में हैं लेकिन अभी हमें और सतर्क रहने की जरूरत होगी। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए हम आर्थिक गतिविधियों को भी आगे बढ़ाने की शुरुआत कर रहे हैं।
जब सीएम योगी आदित्यनाथ से तबलीगी जमात द्वारा संक्रमण फैलाने के प्रकरण में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “तबलीगी जमात का कार्य नि:संकोच बड़ा ही अशोभनीय था। बीमारी होना अलग बात है। बीमारी होना कोई अपराध नहीं है। लेकिन ऐसी संक्रामक बीमारी को छुपाना अपने आप में एक अपराध है और ये अपराध तबलीगी जमात से जुड़े हुए लोगों ने किया है। उत्तर प्रदेश या फिर देश के किसी भी भाग में जहाँ भी कोरोना का प्रसार देखने को मिला है, इसके पीछे तबलीगी जमात का हाथ है।”
उन्होंने कहा, “अगर उन्होंने इस बीमारी को छुपाया नहीं होता और इसका कैरियर बनकर वो जगह-जगह नहीं गए होते तो संभवत: हमलोग पहले लॉकडाउन में काफी हद तक कोरोना को स्थिर कर चुके होते। लेकिन उन्होंने जो अपराध किया है, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।”
इसके बाद सीएम से पुलिसकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों के ऊपर हमला और अभद्र व्यवहार को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जमात और तबलीगी से जुड़े बहुत से लोगों ने काफी जगहों पर अभद्र व्यवहार भी किया है। गाजियाबाद में नर्सों के साथ अभद्र कार्य किया जो काफी दुर्भाग्य की बात है।
ऐसे ही वाराणसी और कानपुर के साथ ही कई अन्य जगहों पर भी तबलीगी जमात के लोगों ने अभद्रता की, जिसके लिए पहले उन्हें समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन जब वो नहीं माने तब कठोरतापूर्वक कार्रवाई की गई है और साथ ही सचेत भी कर दिया गया है तो कानून का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कार्यक्रम के दौरान यूपी के सीएम ने कहा कि हमारे पास पर्याप्त खाद्यान्न है। हमने लॉकडाउन के शुरुआत से ही किसानों की मदद के लिए सभी मशीनों को उनके खेतों तक पहुँचाया। उन्होंने कहा राज्य में अधिकांश खेतों में कटाई का काम पूरा हो चुका है। अगर किसी किसान के फसल का नुकसान हुआ है तो उन्हें 48 घंटे के भीतर मुआवजा देने की व्यवस्था की है।
योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि राज्य के अलग-अलग जनपदों में माइग्रेंट श्रमिकों की वापसी से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। लोग ट्रकों और मालगाड़ियों में छुपकर आ रहे हैं जो सरकार के लिए एक चुनौती है। उन्होंने प्रवासी मजदूरों से अपील की है कि वो पैदल यात्रा न करें। इससे उनके साथ-साथ अन्य लोगों के स्वास्थ्य को भी खतरा है। उन्होंने मजदूरों को आश्वस्त करते हुए कहा कि केंद्र और यूपी सरकार उनके साथ है, वे चिंता न करें।
साथ ही उन्होंने लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से ख़त्म करने की प्रक्रिया को भी बताया। उन्होंने कहा कि उनका मकसद है कि जल्द ही ऑरेंज जोन को भी ग्रीन जोन में बदल दिया जाए। इसके लिए चरणबद्ध तरीके से काम करना होगा, जिससे कि कोरोना का चेन भी टूटे और लोगों का जनजीवन भी अस्त-व्यस्त न हो।
गौरतलब है कि सीएम योगी ने दूसरे प्रदेशों से लॉकडाउन के दौरान अब तक यूपी में आए सभी प्रवासी श्रमिकों व युवाओं के लिए गाँवों, कस्बों और संबंधित जनपदों में ही 15 लाख रोजगार व नौकरियाँ उपलब्ध कराने के लिए बनाई गई कमिटी की प्रगति की समीक्षा की थी और उन्हें इसमें गति प्रदान करने के लिए कहा था। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने खादी से मास्क बनाने का तरीका अपनाकर 20 लाख महिलाओं व 6 लाख बुनकरों को रोजगार उपलब्ध करवाया था।