नई दिल्ली। कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर बच्चों की पढ़ाई पर भी दिख रहा है. CBSE की 10वीं और 12वीं की बची हुईं परीक्षाएं कराना इस समय में संभव नहीं होगा इसलिए Internal Exams के आधार पर ही बच्चों को पास किया जाएगा. ये ठीक उसी तरह होगा, जैसे 9वीं और 11वीं के बच्चों को पास किया गया है. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ये जानकारी दी.
सिसोदिया ने कहा, ‘अगले साल के लिए समूचे पाठ्यक्रम में कम से कम 30% की कमी की जाए और JEE, NEET तथा अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों की प्रवेश परीक्षाएं भी कम किए गए पाठ्यक्रम के आधार पर ही ली जाएं.’
सिसोदिया ने कहा, ’29 पेपर बचे हैं मेन सब्जेक्ट के, लॉकडाउन खोलने के बाद हजारों बच्चे साथ में आएंगे, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग खत्म हो जाएगी. स्कूलों में आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं. राशन बांटा जा रहा है, इसलिए स्कूल नहीं खोले जा सकते.’
दिल्ली सरकार ने दूरदर्शन और AIR FM पर रोजाना तीन-तीन घंटे के समय की मांग की है जिससे दिल्ली सरकार के शिक्षक सभी बच्चों के लिए ऑन एयर क्लास चला सकें.
सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली सरकार इकोनॉमी को बढ़ाए रखने, जॉब को बचाने के लिए क्या करना चाहिए इस पर स्टडी कर रही है. कई राज्यों के वित्त मंत्रियों से बात की गई है.
सिसोदिया ने कहा कि पिछले साल अप्रैल के महीने में 35 सौ करोड़ का टैक्स आया था और इस साल केवल सवा तीन सौ करोड़ का टैक्स मिला है. तो जॉब को बचाने और इसके लॉस को मिनिमम करने पर चर्चा हो रही है.