रांची। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर एक बार फिर कोरोना संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। संभव है कि अगले एक दो दिनों में उनकी कोरोना संक्रमण की जांच कराई जाए। रांची के रिम्स में इलाजरत लालू प्रसाद की देखरेख कर रहे चिकित्सक डॉ उमेश प्रसाद के वार्ड में एक मरीज में सोमवार को कोराना संक्रमण की पुष्टि के बाद उनपर भी कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। एकबारगी एक महीने से इलाज के लिए यहां भर्ती बुजुर्ग मरीज में कोरोना संक्रमण पाए जाने के बाद सबकी जान सांसत में आ गई है।
बता दें कि चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव पहले ही 13 गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं। वे क्रॉनिक किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। लालू के शूगर में भी बराबर उतार-चढ़ाव होता रहता है। ऐसे में राजद सुप्रीमो की ओर से कोरोना संक्रमण का खतरा बताते हुए पहले ही पैरोल की मांग की गई थी। रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल, होटवार के काराधीक्षक और जेल महानिरीक्षक ने भी लालू को कोरोना का खतरा बताते हुए रिम्स के पेइंग वार्ड से अलग शिफ्ट करने पर गृह विभाग को चिट्ठी लिखी थी।
इधर लालू प्रसाद यादव का इलाज कर रहे डॉ उमेश प्रसाद के वार्ड में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद डॉक्टर में भी संक्रमण का खतरा है। ये डॉक्टर प्राय: रोज लालू की जांच करने पेइंग वार्ड में आते हैं। ऐसे में संक्रमण का दायरा बड़ा हुआ तो मामला गंभीर हो सकता है। बहरहाल अभी रिम्स प्रबंधन की ओर से इस पर आधिकारिक तौर पर कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। अगर मेडिसिन के हेड ऑफ डिपार्टमेंट डॉ उमेश प्रसाद क्वारंटाइन में जाते हैं, तो संभव है कि लालू का स्वाब लेकर भी उनकी कोरोना संक्रमण की जांच कराई जाए।