लंदन। कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप के बीच चीन ने लॉकडाउन जैसे कड़े उपायों में ढील देना शुरू कर दी है. वुहान में 76 दिनों के लॉकडाउन को पूरी तरह खत्म कर दिया गया है. चीन के इस बेफिक्र अंदाज पर विशेषज्ञों ने चिंता जताई है.
वहीं, ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी ने कथित तौर पर चीन को लॉकडाउन हटाने के दुष्परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है. यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब रूस से लगने वाला चीन का उत्तरपूर्वी हेइलोंगजियांग प्रांत कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया है.
गौरतलब है कि यहां संक्रमण के मामलों में एकदम से तेजी देखने को मिली है. अब तक 194 मामले दर्ज किए जा चुके हैं. संक्रमित मरीजों में अधिकांश ऐसे हैं, जो हाल के दिनों में सीमा पार करके आए हैं.
ब्रिटेन की जासूसी एजेंसी MI6 ने चीन को सतर्क किया कि बाहर से आने वाले संक्रमण के मामलों में वृद्धि COVID-19 का दूसरा अध्याय शुरू कर सकती है और उसे पुरानी स्थिति में वापस पहुंचा सकती है. इससे पहले, MI6 ने ब्रिटिश मंत्रियों को सूचित किया था कि चीन जनवरी और फरवरी में सामने आए कोरोना के मामलों और उससे हुई मौतों के आंकड़ों को कम करके दिखा रहा है. इसी तरह की जानकारी CIA ने भी व्हाइट हाउस को दी थी.
इस बीच, ब्रिटेन की घरेलू खुफिया एजेंसी MI5 ने कहा कि उसे लगता है कि ब्रिटेन को कोरोना वायरस संकट के बाद चीन के साथ अपने संबंधों का पुनर्मूल्यांकन करने की जरूरत है. गौरतलब है कि चीन ने हाल ही में कोरोना के केंद्र रहे वुहान से लॉकडाउन को पूरी तरह हटा लिया है. लॉकडाउन हटते ही हजारों की संख्या में लोगों ने सड़कों पर उतरकर सार्वजनिक परिवहन से यात्रा की. जबकि स्थानीय अधिकारियों द्वारा लगातार लोगों को यह सलाह दी गई कि शहर से बाहर जाने से बचें.
चीन को लगता है कि स्थिति सामान्य हो रही है, इसलिए कड़े उपायों में ढील दी जा सकती है. जबकि ताजा मामले सामने आने के बाद उसके फैसले पर अब सवाल उठने लगे हैं. सरकार द्वारा भी अब लोगों से रक्षात्मक उपाय मजबूत करने और भीड़ में जाने से बचने के लिए कहा जा रहा है.