नई दिल्ली। कोरोना वायरस से बचाव के लिए एक बड़ा खुलासा हुआ है. एक रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना वायरस वायरस हवा में 13 फीट यानी कि चार मीटर तक की दूरी तक जा सकता है. यानी कि यदि एक व्यक्ति किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति से 13 फीट की रेंज में है तो इसके संक्रमित होने का खतरा है. यह रिपोर्ट इसलिए भी आवश्यक है क्योंकि मौजूदा हालात में सोशल डिस्टेंसिंग के नाम पर दो लोगों के बीच एक मीटर की दूरी बनाने के लिए कहा गया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मौजूदा दिशा-निर्देश के अनुसार भी संक्रमण को रोकने के लिए खांसने या छींकने वाले शख्स से एक मीटर की दूरी बनाकर रखनी चाहिए. ताजा रिपोर्ट के अनुसार यह दूरी कोरोना के प्रसार को रोकने में नाकाफी है. यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) पत्रिका में शुक्रवार को चीनी विशेषज्ञों की एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी. रिपोर्ट में बताया गया है कि वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के प्रसार की विस्तृत जानकारी के लिए कोरोना संक्रमित मरीजों वाले अस्पताल से एयर सैंपल लिए थे. जिसमें यह नई जानकारी निकल कर सामने आई है.
वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस हवा में कुछ घंटों तक तैरता रहता है. हालांकि यदि कोई संक्रमित शख्स खांसता या छींकता है तो छोटी-छोटी बूंदें चंद सेकंड्स में सतह पर गिर जाती है. जबकि एरोसोल विषाणु घंटों तक हवा में रह सकता है साथ ही वो संक्रमित शख्स के 13 फीट के दायरे में तैरता रहता है.