लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बदनाम करने और उनकी मानहानि करने के आरोप में आम आदमी पार्टी के विधायक राघव चड्ढा के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज किया गया है। चड्ढा के ख़िलाफ़ वकील प्रशांत पटेल उमराव ने मामला दर्ज कराया है। उन पर वैमनस्य का माहौल बनाने, घृणा व द्वेष फैलाने और सीएम योगी आदित्यनाथ की मानहानि करने का आरोप लगाया गया है। एफआईआर नोएडा में दर्ज कराई गई है।
दिल्ली के राजेंद्र नगर से विधायक राघव चड्ढा के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 500 (किसी की मानहानि करना), धारा 505 (2) (विभिन्न समुदायों के बीच शत्रुता, घृणा या वैमनस्य की भावनाएँ पैदा करने के आशय से झूठ बोलना) और आईटी एक्ट 66 (आपत्तिनजक पोस्ट या ट्वीट करना) का आरोप लगाया गया है। प्रशांत पटेल उमराव ने हर्षवर्धन त्रिपाठी के एक ट्वीट को रीट्वीट भी किया है, जिसमें कहा गया है कि राघव चड्ढा ने जो हरकत की है, वो आतंकवाद से कम नहीं है।
FIR is registered against AAP MLA Raghav Chadha on my complaint, for creating enmity, hatred & ill-will & for defaming CM @myogiadityanath Ji, u/s 500, 505(2) IPC & section 66 IT Act in Noida.
बता दें कि राघव चड्ढा ने ट्वीट किया था कि उन्हें सूत्रों से पता चला है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली से जाने वाले मजदूरों को दौड़ा-दौड़ा कर पिटवा रहे हैं। बकौल चड्ढा, सीएम योगी ने मजदूरों से पूछा कि वो दिल्ली क्यों गए थे और साथ ही धमकाया कि उन्हें आगे से दिल्ली नहीं जाने दिया जाएगा। उन्होंने यूपी सरकार पर संकट की घड़ी में समस्याओं को बढ़ाने का आरोप मढ़ा था। चड्ढा ने अपनी बात को साबित करने के लिए कुछ नहीं किया। उनके आरोप का आधार क्या था, ये भी उन्होंने नहीं बताया।
राघव चड्ढा के इस ट्वीट को शेयर करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने लिखा है, “यह सरासर झूठी ख़बर है, ऐसी महामारी के समय भी इनकी पार्टी गंदी राजनीति खेलने से बाज़ नहीं आ रही है, इतना नीचे कैसे गिर सकती है आम आदमी पार्टी? इस ट्वीट पर उत्तरप्रदेश सरकार और पुलिस निश्चित कार्यवाही करेगी।”
बता दें कि दिल्ली सरकार पर प्रवासी मजदूरों को लॉकडाउन के नाम पर गुमराह करने का आरोप है। कहा जा रहा है कि इनलोगों के बिजली-पानी कनेक्शन काट उन्हें यूपी बॉर्डर पर छोड़ दिया गया था। यह अफवाह फैलाई गई बॉर्डर पर उनको घर ले जाने के लिए बसों की व्यवस्था की गई है। इसको लेकर ट्विटर पर सहायक अध्यापक (ट्विटर अकाउंट द्वारा उपलब्ध जानकारी) महेंद्र सिंह ने दिल्ली से UP-बिहार की ओर पलायन कर रहे लोगों की स्थिति को लेकर एक ट्वीट करते हुए लिखा, “दिल्ली में रह रहे मजदूरों के घर का पानी, बिजली काट दिया गया। अफ़वाह फैलाई कि लॉकडाउन 3 महीने का होगा। अफ़रातफ़री मच गई। बसों में भर कर लोगों को यूपी बॉर्डर पर भेज दिया। रात भर गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़ में 1000 से ज्यादा बसें लगाकर इनको गंतव्य तक पहुँचाने की व्यवस्था की गई।” एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि दिल्ली ने प्रवासी मजदूरों को निराश किया है। चड्ढा ने उनके ट्वीट को रिट्वीट करते हुए यूपी सरकार पर आरोप लगाए थे।