सीतापुर जेल से रामपुर रवाना आजम, बोले-हमारे साथ अमानवीय व्यवहार हुआ; जस्ट लाइक टेररिस्ट

सीतापुर। धोखाधड़ी के मामले में सीतापुर जेल में बंद रामपुर के सांसद आजम खां, उनकी विधायक पत्नी डॉ. तजीन फात्मा तथा पुत्र पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम खां की आज रामपुर कोर्ट में पेशी है। करीब तीन दर्जन से अधिक मामलों में नामजद आजम खां को परिवार सहित सीतापुर से रामपुर रवाना किया गया। पुलिस सभी को रामपुर कोर्ट में पेश करेगी। आजम खां शुक्रवार रात करवटें बदलते रहे। वहीं आज सुबह 5 बजे उन्होंने नमाज पढ़ी।

सीतापुर जेल से रामपुर जाते वक्त सपा सांसद आजम खां ने मीडिया से बातचीत करने की कोशिश की। उन्होंने सूमो का शीशा खोला तो मीडिया कर्मी आगे बढ़े लेकिन किसी को बात करने की अनुमति नहीं दी गई। आजम ने चलती सूमो से यह जरूर कहा कि हमारे साथ बहुत अमानवीय व्यवहार हुआ, जस्ट लाइक टेररिस्ट।

समाजवादी पार्टी से सांसद आजम खां, उनकी पत्नी डॉ. तजीन फात्मा और पुत्र अब्दुल्ला आजम खां को रामपुर भेजने में पुलिस को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। डॉ. तजीन की कमर में समस्या के मद्देनजर परिवार ने पुलिस के मिनी ट्रक से रामपुर जाने से इनकार कर दिया था।

इसको लेकर जब काफी प्रयासों के बाद भी बात नहीं बनी तो आजम खां और उनकी पत्नी को एक थाने की सूमो से रामपुर भेजा गया। जेल के अंदर ही आजम खां तथा उनकी पत्नी सूमो में सवार हुए। पुत्र अब्दुल्ला आजम खां को पुलिस मिनी ट्रक से लेकर गई है। उनके रवाना होने से पहले यहां जेल परिसर में सुरक्षा के इंतजाम कड़े थे। जेल के बाहर भी बड़ी तादाद में फोर्स तैनात थी।

गाड़ियों को निकालने के चक्कर में रोड पर गिरे आरआइ

सपा सांसद आजम खां मीडिया से बात न कर पाएं, इसके लिए पुलिस ने काफी होमवर्क किया था। आजम के लिए गाड़ी को जेल के अंदर ही लगवाया गया। इसके बाद गाड़ियां जेल के बाहर से निकलीं तो उन्हें रुकने नहीं दिया गया। आरआइ पुलिस लाइन चंद्र प्रकाश मिश्र के साथ ही कई पुलिस कर्मी काफिले के साथ दौड़ रहे थे।

पुलिस की गाड़ियां जेल परिसर के बाहर निकल कर जैसे ही रोड पर पहुंचीं, वैसे ही आरआइ पुलिस लाइन सड़क पर गिर पड़े। उन्हें साथियों ने उठाया। इस बीच काफिला काफी आगे निकलता चला गया।

रामपुर कोर्ट के बिना आज्ञा के आजम खां को रामपुर से सीतापुर जेल शिफट करने के निर्देश से रामपुर तथा सीतापुर जिला प्रशासन में खलबली मच गई थी। रामपुर में एडीजे-6 की कोर्ट ने रामपुर जेल अधीक्षक से जेल ट्रांसफर को लेकर नोटिफिकेशन की हार्ड कॉपी मांग ली है।

इसके साथ ही कोर्ट ने मामले में जेल अधीक्षक को आजम खान और उनके परिवार को शनिवार को कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया था, लेकिन लंच के बाद शासन की तरफ से सरकारी वकील ने भी इस मसले पर अर्जी लगाते हुए बहस के लिए कोर्ट से समय मांगा। इस पर कोर्ट ने उन्हें तीन मार्च का समय दे दिया है।

आजम खां के वकील खलीलुल्लाह खान ने बताया कि उन्होंने कोर्ट में एप्लीकेशन दाखिल कर कहा था कि आजम खां और उनके परिवार को बगैर कोर्ट की परमिशन के शिफ्ट कर दिया गया। हमारी मांग है कि मामले में स्पेशल सेकेट्री, डीएम, डीजी जेल लखनऊ और दोनों जेल अधीक्षक (रामपुर और सीतापुर) के खिलाफ अवमानना का केस चलाया जाए।

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