नई दिल्ली। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिन्दुओं के ख़िलाफ़ भड़की हिंसा में कई लोगों के मारे जाने की ख़बर है। हिंसा का आलम ऐसा था कि मुस्लिम भीड़ ने आईबी अधिकारी से लेकर सामान्य जनों तक, किसी को नहीं बख्शा। ये हिंसा की पूरी वारदात हिन्दुओं के प्रति घृणा से उत्पन्न हुई थी। जिस तरह कई मंदिरों को निशाना बनाया गया है, उससे तो कम से कम यही जाहिर होता है। हमने मंदिर का दौरा किया, जहाँ तोड़फोड़ की गई थी। उस मंदिर में हुई घटना के बारे में जनता को बताना ज़रूरी था, इसीलिए हमने वहाँ जाकर स्थानीय लोगों से बात की थी कि आखिर हुआ क्या था?
स्थानीय लोगों ने बताया कि मुस्तफाबाद से होते हुए मुस्लिम भीड़ आई, जिसमें अधिकतर युवा थे। वे सभी चाँदबाग़ की पुलिया पर इकट्ठे हो गए। वहाँ से वे लोग आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद ताहिर हुसैन की इमारत की छत पर पहुँच गए, जहाँ से उन्होंने पत्थरबाजी और बमबारी की। ताहिर के बारे में बता दें कि उसके गुंडों पर ही आईबी अधिकारी अंकित शर्मा और 3 अन्य लोगों की हत्या का आरोप है। अंकित को दंगाई घसीट कर ले गए और टॉर्चर कर मार डाला।
स्थानीय शिव मंदिर की छत पर मुस्लिम भीड़ चढ़ गई। छत पर वे लोग पीछे से चढ़े। ‘शिव मंदिर’ के पीछे से सीढ़ी लगा कर उन्होंने मंदिर पर कब्ज़ा कर लिया। मंदिर पर कब्ज़ा करने के साथ-साथ आसपास के घरों पर भी मुस्लिम भीड़ ने कब्ज़ा कर लिया। इसके बाद मंदिर की छत से हिन्दुओं पर पत्थरबाजी शुरू हो गई। एक तरफ ताहिर हुसैन की इमारत की छत से पत्थरबाजी हो रही थी, दूसरी तरफ़ मंदिर से पत्थरबाजी हो रही थी।
लोगों ने बताया कि ताहिर हुसैन के घर में रिक्शे और बाइक से पत्थर ले जाया जा रहा था। मुस्लिम युवक लगातार पत्थर लाने के लिए आवाजाही कर रहे थे। ऊपर संलग्न किए गए विडियो और फोटो में आप देख सकते हैं कि किस तरह मंदिर में तबाही मचाई गई। मंदिर में जम कर तोड़फोड़ की और पेट्रोल बम भी फेंका गया।