अहमदाबाद। गुजरात के अमरेली जिले में सब्जी की कीमत प्रति किलो एक रुपये भी नहीं मिलने पर नाराज किसानों ने हरी मेथी और धनिया की बिक्री न कर पशुओं को खिला दिया। यहां अमरेली सब्जी मार्केट यार्ड में नीलामी के दौरान टमाटर तीन-चार रुपये प्रति किलो तथा बैगन और बंद गोभी पांच रुपये प्रति किलो ग्राम बिकने से किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
यहां अमरेली एवं बगसरा सब्जी मार्केट यार्ड में किसानों को उनकी सब्जी की पैदावार का लागत मूल्य भी नहीं मिल रहा हैं। यहां हरी धनिया और मेथी बेचने आए किसानों ने प्रति किलो कीमत 50 पैसे भी कम मिलने पर यार्ड के बाहर पशुओं को खिला दिया। बगसरा यार्ड में आज बड़े पैमाने पर हरी धनिया और मेथी बिकने के लिए यार्ड में आई थी। वहीं, इसकी कीमत में इस प्रकार की कमी आने पर नाराज किसानों ने बेचने के बदले गाय-भैंस को खिलाना उचित समझा। इन किसानों को चुकंदर, लौकी, ककड़ी तथा टमाटर वगैरह की भी उचित कीमत नहीं मिली।
यहां अमरेली जिले के आसपास के किसानों को सिंचाई के पानी की समस्या हैं। यहां के किसानों ने तकरीबन 4000 हेक्टेयर में हरी सब्जी की खेती की हैं। वर्तमान समय में हरी सब्जियों के दाम में कमी आने के कारण उन्हें बिक्री की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, राज्य के अन्य भागों से भी सब्जियां यहां के मार्केट यार्ड में बिकने के लिए आ रही हैं।
गौरतलब है कि अमरेली जिले में साबरकुंडला और राजुला में बड़े पैमाने पर प्याज की पैदावार हुए हैं। यहां महुवा मार्केट यार्ड में प्याज बिकने के लिए आ रही हैं। यहां सफेद प्याज प्रतिदिम 45-50 हजार बोरियां आ रही हैं। राजुला यार्ड के चेयरमैन जिज्ञेश पटेल, साबरकुंडला के चेयरमैन दीपक मालाणी एवं महुवा यार्ड के चेयरमैन घनश्याम पटेल ने केन्द्र सरकार से समाज के निर्यात की छूट देने की मांग की हैं।