नई दिल्ली। निर्भया केस पर नया डेथ वारंट जारी करने के लिए गुरुवार को दिल्ली सरकार और निर्भया के माता-पिता की अर्जी पर पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई. इस दौरान निर्भया के परिवार के वकील जितेंद्र झा और दोषियों की तरफ से पेश हो रहे एपी सिंह कोर्ट रूम में ही जज के सामने एक दूसरे से भिड़ गए. जिसके बाद जज को दोनों को शांत कराना पड़ा.
ये तब भिड़े जब निर्भया के परिवार के वकील ने कहा कि जेल में बैठे क्रिमिनल आराम से हैं, कानून के साथ खेल रहे हैं, जेल में ‘एन्जॉय’ कर रहे हैं और जब यहां से डेथ वारंट जारी होगा तो जाहिर तौर पर वो लीगल ऑप्शंस लेंगे वरना इसी तरह बैठेंगे और इसी तरह कानून के साथ खेलेंगे.
वकील ने आगे कहा कि कोर्ट को आज ये तय करना बहुत जरूरी है कि क्या ज्यूडिशरी को दोषियों द्वारा taken as granted लेने देना चाहिए या फिर नया डेथ वारंट जारी करने के लिए तारीख तय कर देनी चाहिए. निर्भया की मां के वकील जितेंद्र झा ने कहा कि कोर्ट ने अगर डेथ वारंट जारी नहीं किया, तो दोषी जेल में लग्जरी का मजा उठाते रहेंगे.
मामले को लंबित कैसे कर रहे?
इस पर दोषियों के वकील एपी सिंह भड़क गए और बोले कि 6 जनवरी से जब से इस साल कोर्ट खुला तब से लगातार सुप्रीम कोर्ट से लेकर पटियाला हाउस कोर्ट में दर्जनों बार इस मामले में सुनवाई होती रही है, फिर हमें बताइए कि हम मामले को लंबित कैसे कर रहे हैं, बताइए?
वकील ने कहा, इस तरह की भाषा ये इस्तेमाल कर रहे हैं, फांसी की सजा पाए लोगों के लिए जो कोर्ट से राष्ट्रपति से दया की भीख मांग रहे हो, उनके लिए ये कहा जाना कि वो जेल में ‘एन्जॉय’ कर रहे हैं, एक बेहद भद्दा मजाक है.
दोनों के बीच हुई इस तीखी बहस को रोकने के लिए खुद जज को बीच-बचाव करना पड़ा. जज नहीं चाहते थे कि इस तरह की बहस के बाद कोर्ट का माहौल और गरम हो और अर्जी पर सुनवाई में विलंब हो.